नाहन, 31 अगस्त : शहर के चौगान मैदान के समीप तीन नामी बैंकों के एटीएम (ATM) पर दिनदहाड़े निशाना साधा। बेहद ही शातिर तरीके से पहले एसबीआई, पीएनबी व बघाट बैंक की आसपास स्थित मशीनों को ऐसे तरीके से हैक किया कि इसमें से ग्राहकों के पैसों की निकासी बंद हो जाए। इस दौरान शातिर आसपास ही घूमते रहे।
तीनों स्थानों पर निकासी न होने की स्थिति में उपभोक्ता परेशान हो रहे थे। इसी बीच शातिर युवकों ने एक महिला को झांसे में ले लिया। पंजाब नेशनल बैंक के एटीएम से पैसे निकालने पहुंची महिला को युवक ने एटीएम कार्ड पकड़कर दोबारा कोशिश करने को कहा। इसी बीच शातिराना तरीके से महिला के एटीएम का पिनकोड भी हासिल कर लिया। पैसे न निकलने पर महिला को कार्ड पकड़ा दिया। तब तक युवक कार्ड बदल कर अपने मंसूबों को अंजाम दे चुका था।
पलक झपकते ही महिला के खाते से दो बार पैसों की निकासी कर 15,300 रुपए निकाल लिए गए। मैसेज मिलने पर तुरंत ही महिला ने बैंक शाखा प्रबंधक को इसकी सूचना दी। प्रबंधक ने जब कार्ड देखा तो वो महिला का नहीं था। खास बात ये भी है कि सीसी फुटेज से बचाव के मकसद से युवक हेलमेट पहनकर एटीएम में घुसा था।
दीगर ये भी है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, पंजाब नेशनल बैंक व बघाट बैंक की तीनों ही शाखाएं 100 मीटर की दूरी पर हैं। बैंकों ने मुख्य शाखा के समीप एटीएम लगाए हुए हैं। हैरान कर देने वाली बात ये है कि स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का सुरक्षा कर्मी अक्सर ही एटीएम में नजर आता है, लेकिन बुधवार को वो था या नहीं, इस बात की तस्दीक तो नहीं हुई है, लेकिन बैंकों के स्तर पर भी कहीं न कहीं चूक मानी जा सकती है।
इसी बीच बुजुर्ग महिला ने पीएनबी शाखा से कोई संतोषजनक कार्रवाई न मिलने पर गुन्नुघाट पुलिस को 15,300 रुपए की ठगी के बारे में सूचित किया। आपको बता दें कि कुछ रोज पहले ही स्टेट बैंक ऑफ इंडिया की शाखा के भीतर से ही बदमाश एक सेवानिवृत फौजी का बैग ले उड़े थे। इसमें जमटा के रहने वाले फौजी के 40 हजार रुपए व जरूरी दस्तावेज भी थे। इस घटना का भी अब तक कोई सुराग नहीं लग पाया है।
उधर, एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में डीएसपी मुख्यालय मीनाक्षी ने बताया कि शाम के वक्त एक महिला ने 15,300 रुपए की ठगी की सूचना दी है। इसके बाद थाना प्रभारी सहित साइबर टीम को मौके पर भेजा गया है। एक सवाल के जवाब में डीएसपी ने साफ किया कि बैंकों की तरफ से पुलिस को कोई सूचना नहीं दी गई है। डीएसपी ने कहा कि घटना की जानकारी मिलते ही बैंकों को तुरंत ही पुलिस को सूचित करना चाहिए था।