शिमला, 25 अगस्त : कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा प्रदेश स्टीयरिंग कमेटी के पद से इस्तीफा देने के बाद इन दिनों शिमला में हैं। शिमला में मिडिया से रूबरू होकर उन्होंने कांग्रेस पार्टी को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात कही, लेकिन कांग्रेस से नाराज चल रहे आनंद शर्मा सत्तासीन पार्टी के प्रति उदार ही नजर आए।
आनंद शर्मा ने कहा कि हर चुनाव में विचारधारा की जानकारी मिलती है कि किस दल की क्या विचारधारा है। 5 साल पहले भाजपा के मेनिफेस्टो को निकाल कर देखें। कांग्रेस पार्टी हिमाचल के चुनावों को गंभीरता से लेगी और चुनाव मैदान में उतरेगी। भाजपा के खिलाफ एंटी इनकंबेंसी और वादा खिलाफी भी है। जीत का दावा तो सभी करते हैं लेकिन अच्छी छवि वाले उम्मीदवार को ही टिकट दिया जाना चाहिए।
पार्टी में जहां पर कमी है उसको मिलकर दूर करने के लिए प्रयास करें। एकजुटता के साथ चुनाव लड़ना है। G23 कांग्रेस को मजबूत करने का काम कर रही है और अभी भी “मैं आपके सामने हूँ”. यह कांग्रेस से अलग नहीं है, बल्कि कांग्रेस के दिल में है। कांग्रेस की महत्वपूर्ण कमेटियों में इसके नेता शामिल है।
संगठन को मजबूत करने को सुझाव देना प्रजातंत्र की जरूरत है। भारत की लोकतांत्रिक जरूरत के लिए कांग्रेस पार्टी को फिर से पुनर्जीवित होना पड़ेगा। जिन राज्यों में कांग्रेस खत्म हो चुकी है वहां पर फिर से कांग्रेस को स्थापित करना होगा।