शिमला, 06 अगस्त : वन विभाग ने कर्मचारियों के लिए पुरस्कारों का ऐलान किया है। यह पुरस्कार उन कर्मचारियों को प्रदान किए जाएंगे, जिन्होंने पौधारोपण समेत वनों के संरक्षण में बड़ा रिकॉर्ड अपने नाम दर्ज किया है। लेकिन इन पुरस्कारों के वितरण से पूर्व ही बड़ा बवाल विभाग के अंदर हो गया है। वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष प्रकाश बादल ने इन पुरस्कारों में बंदरबांट का आरोप लगाया है और इन अवार्ड को वापिस लेने की मांग की है।
वन विभाग मिनिस्ट्रियल स्टाफ के अध्यक्ष प्रकाश बादल ने कहा कि 15 अगस्त से अनशन पर बैठने वाले थे, लेकिन उसको स्थगित कर दिया गया है। प्रधान सचिव ओंकार शर्मा से 3 अगस्त को मिले हैं। उन्होंने आश्वासन दिया है कि इस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी और आने वाले समय में वन मंत्री से भी मिलेंगे। उन्हें पूरी उम्मीद है कि वह इसको लेकर कार्रवाई करेंगे।
प्रधान सचिव ने कड़ा संज्ञान लिया है और आश्वासन दिया है कि इन समस्याओं का जल्द ही समाधान किया जाएगा व कठोर पॉलिसी भी बनाई जाएगी। उन्होंने कहा कि इसमें उनके साथ हर वर्ग के लोग हैं। उसके बावजूद भी यदि कोई कार्यवाही नहीं होती तो इस आंदोलन को स्थगित किया गया है खत्म नहीं।