शिमला, 02 अगस्त : कृषि-बाग़वानी क्षेत्र वर्तमान डबल इंजन की भाजपा सरकार के उदासीनता के चलते हाशिए पर हैं, जिसका खामियाज़ा प्रदेश के किसानों-बाग़वानों को भुगतना करना पड़ रहा हैं। यह बात कांग्रेस नेता व जुब्बल नावर कोटखाई के विधायक रोहित ठाकुर राजीव भवन में कहीं।
रोहित ठाकुर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने 2022 तक किसानों- बाग़वानों की आय दोगुना करने की बात कही थी। इसके विपरीत बाग़वानी में लागत मूल्य दोगुनी और आय आधे से भी कम रह गई हैं। पैकिंग सामग्री में अप्रत्याशित वृद्धि रोहित ठाकुर ने कहा कि गत दो वर्षो से लगातार पैकिंग सामग्री में अप्रत्याशित 40 से 50% प्रतिशत की वृद्धि हुई हैं।
पिछले वर्ष के मुकाबलें इस बार कार्टन में 10 से 15 रुपए जबकि प्रति बंडल ट्रे में 200 रूपए की अप्रत्याशित वृद्धि हुई हैं। निजी कंपनियां पैंकिग सामग्री के दाम बढ़ने का कारण केंद्र सरकार द्वारा जीएसटी दर में 12% से 18% वृद्धि को बताकर पल्ला झाड़ रही हैं।उन्होंने भाजपा सरकार का कार्टन और ट्रे पर जीएसटी दर में 6% की कटौती को बहुत देरी से लिया गया फ़ैसला क़रार दिया है।
रोहित ठाकुर ने बताया कि पैकेजिंग सामग्री पर जीएसटी छूट का फ़ैसला सरकार को जून माह में लेना चाहिए था। वर्तमान भाजपा सरकार ने फफूंदनाशक-कीटनाशक दवाइयों की सब्सिड़ी बन्द कर डीबीटी योजना लागू की थी जिसमें इसी तरह की औपचारिकता के निर्धारित की गई थी। सरकार के प्रचार के बावजूद भी ये योजना बुरी तरह से फेल हुई क्योंकि लंबी औपचारिकता के कारण कोई भी बाग़वान गत दो वर्षो में आगे नही आए।
रोहित ठाकुर ने कहा कि भाजपा सरकार बागवानों का आक्रोश व चुनाव आते देख ध्यान भटकाने के लिए पैकेजिंग सामग्री पर विफ़ल जीएसटी छूट योजना लाई हैं। रोहित ठाकुर ने 5 अगस्त को शिमला में प्रस्तावित आंदोलन में किसान-बागवानों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सहयोग करने की अपील की हैं।