शिमला, 28 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में मानसूनी बारिश ने कोहराम मचा दिया है। लगातार बारिश से जगह-जगह भूस्खलन, बाढ व सड़कें धंसने से जान-माल का भारी नुकसान हो रहा है। मैदानों से लेकर पहाड़ी व जनजातीय क्षेत्रों में बारिश कहर बरपा रही है। मौसम विभाग ने आगामी पहली अगस्त तक प्रदेश के अधिकतर हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों के लिए 29 जुलाई को ऑरेंज, 30, 31 जुलाई व पहली अगस्त को येलो अलर्ट जारी किया गया है।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक प्रदेश में वीरवार को वर्षा जनित घटनाओं में छह लोग मारे गए और 10 लापता हुए। इसके अलावा 17 मकान और आठ पशुशालाएं भी क्षतिग्रस्त हुई हैं। 11 कच्चे मकान पूर्ण रूप से तबाह हुए, जबकि दो पक्के और चार कच्चे मकानों को आंशिक नुकसान पहुंचा है। भूस्खलन से 20 सड़कें, 17 टांसफार्मर और 20 पेयजल स्कीमें भी बंद रहीं।
लाहौल-स्पिति जिले में भारी बारिश व बाढ़ आने से तांदी संसारी नाला सड़क मार्ग वीरवार को दूसरे दिन भी बंद रहा। उदयपुर उपमंडल की मयाड़ घाटी में करपट नाले में बाढ़ से सड़कें अवरूद्ध हैं। हालांकि बीती रात तोजिंग नाले में आई बाढ़ से बंद सड़क को बी.आर.ओ. ने वीरवार दोपहर बहाल कर दिया है। कुल्लू जिला की बागा सराहन पंचायत के चनाईगाड गांव की पहाड़ी में बादल फटने से आई बाढ़ में आधा दर्जन मकानों में मलबा भर गया, जिसमें तीन मकानों को बहुत नुकसान हुआ है।
इस घटना में 22 परिवार प्रभावित हुए हैं। कांगड़ा जिला के छोटा हरिद्वार के समीप बनेर खड में जलस्तर बढ़ने से एक व्यक्ति बह गया। अभी तक उसका सुराग नहीं लग पाया है। शिमला जिला के बसंतपुर में चलती कार पर पत्थर गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और तीन अन्य चोटिल हुए। जिले के कोटखाई क्षेत्र में बारिश के बीच एचआरटीसी की एक बस के पलट जाने से 14 यात्री घायल हुए।
शिमला में वीरवार दिन भर जमकर बारिश हुई, जिससे लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। बीते 24 घंटों के दौरान नूरपुर में सर्वाधिक 107 मिमी, गग्गल में 82, पालमपुर में 74, पांवटा साहिब में 57, जुब्बड़हट्टी में 56, संगडाह में 49, मंडी में 48, सलौणी में 44, शिलारू में 41, बैजनाथ में 38, खेरी में 37, सराहन, जोगेंद्रनगर व काहू में 35-35 मिमी बारिश दर्ज की गई।