सोलन, 28 जुलाई : भाषा एवं संस्कृति विभाग, जिला सोलन द्वारा आयोजित तथा ‘अभिव्यक्ति’ संस्था द्वारा संचालित धर्मपुर के रौड़ी गांव में 7 दिवसीय बाल नाट्य शिविर का समापन किया गया। यह शिविर 21 जुलाई से 27 जुलाई तक आयोजित किया गया। शिविर में गांव के 17 बच्चों ने भाग लिया।
इस शिविर में बच्चों को रंगमंच के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया गया। कार्यशाला में बच्चों ने कविताएं लिखना भी सीखा और सबने “पर्यावरण संरक्षण” विषय पर कविताएं लिखी। वहीँ समापन कार्यक्रम में उनका मंचन भी किया गया। बच्चों ने अपने शरीर और आवाज़ का बहुत शक्तिशाली ढंग से प्रयोग करके जंगल के कई प्रकार के कार्य कलापों को दिखाया, और अपनी आवाज़ों से जंगल के वातावरण का समां बांध दिया।
दर्शक के रूप में गांव वालों के साथ-साथ सोलन और कसौली के रंगकर्मियों पर इस प्रस्तुति का अनूठा प्रभाव पड़ा। शिविर में बच्चों को भरपूर सराहा और आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। इस शिविर का संचालन अमला राय के द्वारा किया गया है। आंगिक अभिनय की शिक्षा “एक्टिंग स्पेस” शिमला राजेंद्र शर्मा (हैप्पी) द्वारा की गई संगीत और लय की समझ सुनील सिन्हा ने विकसित की।
अखिल चौहान और चैतन्य सिन्हा ने नेपथ्य के विभिन्न पहलुओं से अवगत करवाया। “अभिव्यक्ति” गत एक वर्ष से गांव के बच्चों के साथ निरंतर सांस्कृतिक तथा रंगमंचीय गतिविधियां करने में तल्लीन है। कल से ‘अभिव्यक्ति’ इन्हीं बच्चों के साथ एक बड़ा नाटक शुरू करने जा रही है।