नाहन, 15 जुलाई: शहर में पक्का टैंक के किनारे स्थित आस्था स्कूल ऑफ़ स्पेशल एजुकेशन (Aastha School of Special Education) से डिप्लोमा करने वालों को सरकारी व निजी क्षेत्र में नौकरियां मिल रही हैं। खास बात ये है कि डिप्लोमा करने वालों को जेबीटी (JBT) के पद पर नहीं, बल्कि स्पेशल एजुकेटर (Special Educator) के पद पर तैनाती मिल रही है।
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के स्पष्ट आदेश हैं कि सीबीएसई से मान्यता प्राप्त (Affilated by CBSE) हरेक विद्यालय को स्पेशल एजुकेटर की नियुक्ति करनी है। हिमाचल सरकार भी नियुक्तियां देनी शुरू कर चुकी है।
शुक्रवार को आस्था स्पेशल स्कूल के प्रबंधन ने डिप्लोमा करने के बाद नौकरी पाने वाले 20 डिप्लोमा धारकों की जानकारी शेयर की है। इसके मुताबिक विदुषी बंसल को प्राथमिक पाठशाला राजगढ़ में आउटसोर्स पर नियुक्ति मिली है। इसी प्रकार माजरा में भारती भट्टी भी नियुक्त हुई हैं।
राजस्थान के श्रीगंगानगर में जुबिन स्पेशल स्कूल में रवि कुमार स्पेशल एजुकेटर हैं। इसी तरह सोनाली ठाकुर ने मोहाली, निलिषा कश्यप ने विशेष आवश्यकता वाले स्कूल में जाॅब पा ली है।
तारा देवी व आंचल ठाकुर भी स्पेशल बच्चों के स्कूल में नियुक्त हुई हैं। स्कूल प्रबंधन ने बताया कि मोनिका शर्मा, मेघा गौड, मीनाक्षी ठाकुर, किरण देवी व अंजना कुमारी ने भी डिप्लोमा करने के बाद नौकरी पाई है। प्रबंधन ने कहा कि ये डिप्लोमाधारक जेबीटी के कमीशन में भी हिस्सा ले सकते हैं, क्योंकि इस दो साल कोर्स से डबल फायदा मिलता है।
उल्लेखनीय है कि सही डिप्लोमा को लेकर जानकारी न होने की वजह से भी युवाओं में पढ़ाई को लेकर सही जानकारी नहीं होती। मसलन, राज्य में चल रही मल्टी टास्क भर्ती (Multi Task Recruitment) में बीटेक की डिग्री हासिल करने वाले युवा भी कंधों पर सीमेंट का कट्टा उठाकर दौड़ते नजर आ रहे हैं।
आस्था स्कूल के प्रिंसिपल कर्म सिंह ने बताया कि इस साल आवेदन की अंतिम तिथि 21 जुलाई निर्धारित हुई है। राष्ट्रीय पुनर्वास परिषद (National Rehabilitation Council) द्वारा मान्यता प्राप्त डिप्लोमा कोर्स में दाखिला लेने के लिए स्कूल द्वारा भी सहयोग प्रदान किया जा रहा है। दाखिले से जुड़ी जानकारी के लिए मोबाइल नंबर 9805920934, 7650084779, 959216461 के अलावा 01702-223947 पर संपर्क किया जा सकता है।