मंडी, 14 जुलाई : भाजपा सरकार प्रदेश में महंगाई को कम करने में पूरी तरह से नाकाम रही है। वहीं अब प्रदेश सरकार ने कार्टनों के दाम बढ़ाकर प्रदेश के बागवानों को अतिरिक्त महंगाई के बोझ तले दबाने का काम किया है। यह आरोप वीरवार को यूथ कांग्रेस जिला प्रवक्ता डिंपल शर्मा ने मंडी में पत्रकार वार्ता के दौरान लगाए।
डिंपल शर्मा ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार किसानों और बागवानों की हितैषी नहीं है। जिस प्रकार से अभी मंहगाई के दौर में कार्टनों के दामों में बढोत्तरी की गई है उससे बागवानों पर अतिरिक्त बोझ बढ़ा है।
प्रदेश सरकार ने पहले से खाद और स्प्रे दवाइयों के दाम बढ़ाए। उसके बाद अब कार्टन पर लगने वाला जीएसटी को बढ़ा दिया है। बागवानों को जिस ट्रे के 5 रुपए देने पड़ते थे, आज उसके 8 रुपये देने पड़ रहे हैं। प्रदेश की आर्थिकी में 5 हजार करोड़ का योगदान देने वाला सेब कारोबार खतरे में हैं। बागवानों की समस्याओं को अनदेखा कर प्रदेश सरकार सेब बागवानी को खत्म कर रही हैं।
डिंपल शर्मा ने कहा कि सरकार की अनदेखी के कारण सेब बागवानों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। महंगाई के दौर में कार्टन, ग्रेडिंग, पैकिंग, भाड़ा मिलाकर 20 से 25 किलो की पेटी को मंडी तक पहुंचाने में 300 से 400 रुपए तक की लागत आ रही है। खाद् व अन्य कीटनाशकों की कीमतें दोगुनी हो गई है। इन पर मिलने वाली सब्सिडी बीजेपी सरकार ने खत्म कर दी है।
बागवान लगातार सड़कों पर है, लेकिन सरकार गहरी नींद से बाहर नहीं आ रही है। हिमाचल प्रदेश के ऊपरी क्षेत्र के बागवानों की वर्ष की कमाई का सेब उत्पादन ही एक मात्र साधन है। बागवान पूरे वर्ष सेब की फसल को तैयार करने में लगाते हैं। उनकी साल भर की कमाई सेब पर ही टिकी रहती है।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि सरकार जल्द बढ़ी हुई कीमतों को वापस नहीं लेती है तो यूथ कांग्रेस से सड़कों पर उतर कर सरकार के खिलाफ ऊपर आंदोलन करेगी।