शिमला, 11 जुलाई: हिमाचल प्रदेश के विभिन्न भागों में लगातार बारिश हो रही है। कांगड़ा जिले में कुछ स्थानों पर मुसलाधार बारिश से जनजीवन प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग की रिपोर्ट के मुताबिक कांगड़ा जिला के मुख्यालय धर्मशाला में पिछले 24 घंटों में सबसे ज्यादा 227 मिमी बारिश हुई है। वर्तमान मानसून सीजन में बारिश का यह सबसे बड़ा आंकड़ा है।
इसके अलावा शिंता में 86, नूरपुर में 63, शिलारू में 49, सियोबाग में 40, मशोबरा में 32, मंडी में 31, कसौल में 30, नारकंडा में 25, बजुआरा में 23, भुंतर में 22, जोगेंद्रनगर में 21, पालमपुर में 20, पंडोह में 18, बलद्वारा में 15 और बंगाणा में 14 मिमी बारिश दर्ज की गई है। उधर, राजधानी शिमला में सोमवार को दिन भर बारिश का दौर चला। यहां सुबह साढ़े आठ बजे से शाम साढ़े पांच बजे तक 33 मिमी बारिश हुई।
इस बीच भूस्खलन से प्रदेश में 16 सड़कें, सात ट्रांसफार्मर और 17 पेयजल परियोजनाएं बंद रहीं। कुल्लू में 13, लाहौल-स्पीति में दो और चंबा में एक सड़क बाधित हुई है। इसके अलावा किन्नौर में छह ट्रांसफार्मर और चंबा में एक ट्रांसफार्मर ठप रहे। चंबा में 17 पेयजल परियोजनाएं बाधित रहीं। चंबा में दो कच्चे व पांच पक्के मकान और मंडी में एक पक्का मकान क्षतिग्रस्त हुआ।
बरसात से फिलहाल राहत मिलने के आसार नहीं हैं। मौसम विभाग ने अगले चार दिन प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक सुरेंद्र पाल ने बताया कि प्रदेश के मैदानी व मध्य पर्वतीय क्षेत्रों में आगामी 15 जुलाई तक भारी बारिश का येलो अलर्ट रहेगा। उन्होंने कहा कि भारी बारिश से आवश्यक सेवाओं पानी, बिजली, संचार इत्यादि में व्यवधान आएगा। साथ ही भूस्खलन होने की भी आशंका है।