सोलन, 10 जुलाई :“जिसकी लाठी उसकी भैसं” ये कहावत सोलन नगर निगम पर बिलकुल सटीक बैठती हैं। शनिवार को जिला में नगर परिषद द्वारा की गई कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गए हैं। लोगों ने नगर परिषद द्वारा की गई इस कार्रवाई पर भेदभाव के आरोप लगाए हैं।
आरोप हैं कि माल रोड बाज़ार से अतिक्रमण हटाने के नाम पर नगरनिगम के कर्मचारियों ने गोलगप्पे बेचने वाले गरीब व्यक्ति का सामान तो सड़क पर फेंक दिया गया, जबकि बड़े- बड़े दुकानदारों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
जानकारी के अनुसार यह मामला मॉल रोड पर मुरारी मार्किट का हैं। नगरनिगम के कर्मचारी द्वारा अतिक्रमण के नाम पर गोलगप्पे वाले का सामान सड़क पर फेंक दिया गया। वहीं दूसरी तरफ कपड़े, जूते, करयाने, सब्जी, फल, बर्तनों के दुकानदारों का सामान सड़क के बीच ही लगा रहता हैं। जिन पर नप द्वारा किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं की जाती। बाजार में बड़े दुकानदारों पर हाथ डालने व कार्रवाई से नगर निगम के कर्मचारी कतराते नजर आते है।
माल रोड, गंज बाजार, अप्पर बाजार, लोअर बाजार सभी जगह अतिक्रमणकारियों का कब्जा है। ऐसे में गरीब व छोटे दुकानदारों का कहना है कि दफ्तर के बंद कमरों में बैठे अधिकारियों के आदेशों को सिर्फ गरीब लोगों पर लागू क्यों किया जाता है। कब प्रशासन निद्रा से जाग सभी को बराबर की नजर से देखेगा।