शिमला, 09 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में मानसून की व्यापक बारिश से सामान्य जनजीवन प्रभावित हो रहा है। सिरमौर, शिमला, मंडी, कांगड़ा, बिलासपुर और सोलन जिलों में भारी बारिश हुइ है। बारिश का दौर जारी रहने से राज्य में नदी-नाले उफान पर हैं। राज्य के अलग-अलग क्षेत्रों में बादल फटने व भूस्खलन की घटनाओं से जान-माल को भारी क्षति पहुंच रही है।
शनिवार को राज्य में वर्षा जनित विभिन्न हादसों में आठ लोगों की मौत हुई है। बिलासपुर में पानी के सैलाब में बहने, सोलन, चंबा व शिमला में सड़क दुर्घटनाओं, मंडी में खाई में गिरने व ऊना जिला में सर्पदंश से एक-एक व्यक्ति की जान गई हैं। वहीं, सिरमौर जिला में करंट और सर्पदंश से दो मौतें हुई हैं।
इसके अलावा भूस्खलन से प्रदेश भर में 14 सड़कें बाधित रहीं। चंबा में 6, कुल्लू, लाहौल-स्पीति व सिरमौर में दो-दो और कांगड़ा व मंडी में एक-एक सड़क बंद है। वहीं सिरमौर में 7 और कुल्लू में 6 ट्रांसफार्मर ठप रहे। इसके अलावा सिरमौर जिला में 5 पेयजल योजनाएं भी प्रभावित हुई है। शिमला में तीन मंजिला भवन बारिश की भेंट चढ़ गया।
मौसम विभाग ने 13 जुलाई तक राज्य के मैदानी व मध्यपर्वतीय क्षेत्रों में भारी बारिश की चेतावनी दी है। लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों को छोड़कर शेष 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी किया गया है। विभाग ने स्थानीय लोगों व पर्यटकों को नदी-नालों के नजदीक न जाने का परामर्श दिया है। शनिवार को सुबह आठ बजे से सांय पांच बजे तक सिरमौर जिला के धौलाकूआं में सबसे ज्यादा 121 मिमी बारिश हुई है। कांगड़ा में 54, उना 35, पालमपुर 32, नाहन 19, डल्हौजी 12, शिमला 5 और सुंदरनगर में 3 मिमी बारिश दर्ज की गई है।
वहीं, बीते 24 घंटों के दौरान नाहन में 65 मिमी बारिश दर्ज की गई। कसौली में 35, कोटखाई 25, भरमौर 19, गग्गल 18 और शिमला में 14 मिमी बारिश हुई है। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के मुताबिक मानसून के सक्रिय होने के बाद पिछले 10 दिनों में प्रदेश में विभिन्न हादसों में 65 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 69 लोग घायल हैं। मानसून सीजन में अब तक चल व अचल संपत्ति को 9317.21 लाख रुपये का नुकसान पहुंचा है।