शिमला, 07 जुलाई : हिमाचल प्रदेश में मानसून के सक्रिय रहने से 11 जुलाई तक भारी बारिश होने की आशंका है। शिमला सहित प्रदेश के नौ जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शिमला, सोलन, सिरमौर, ऊना, कांगड़ा, मंडी, कुल्लू, बिलासपुर और हमीरपुर जिलों में आठ व नौ जुलाई को आरेंज अलर्ट और 10 व 11 जुलाई तक येलो अलर्ट जारी किया है। कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी बारिश होने का भी अंदेशा है। मौसम विभाग ने लोगों को पर्याप्त सावधानी बरतने की सलाह दी है।
मौसम विभाग के निदेशक सुरेंद्र पाल के अनुसार, आगामी चार दिनों में भारी बारिश के कारण प्राकृतिक आपदा की आशंका के मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है। लोग भू-स्खलन संभावित संवेदनशील जगहों से दूर रहे और बारिश के दौरान पहाड़ी क्षेत्रों की यात्रा करते समय सुरक्षित ठिकानों पर रहें। इस बीच प्रदेश में मानसून से जान-माल को भारी क्षति पहुंच रही है। प्रदेश में बीते 24 घंटों के दौरान मानसून की हालांकि कम बारिश दर्ज की गई, लेकिन नुकसान पर अंकुश नहीं लगा। बुधवार को वर्षा जनित घटनाओं में चार लोगों की मौत हुई।
ऊना जिले के उपमंडल हरोली के बाथू में स्थित एक क्रेशर परिसर में निर्माणाधीन दीवार गिरने से वहां काम कर रहे तीन मजदूर मलबे के नीचे दबने से घायल हो गए। इनमें दो मजदूरों की पीजीआई ले जाते समय रास्ते में मौत हो गई। दोनों मृतक उत्तर प्रदेश के रहने वाले थे। इसके अलावा मंडी में पहाड़ी से गिरने और सिरमौर में सड़क हादसे में एक-एक व्यक्ति की जान चली गई।
भूस्खलन से राज्य में छह सड़कें, सात टांसफार्मर और पांच पेयजल योजनाएं बंद रहीं। लाहौल-स्पीति में तीन, कुल्लू में दो और चंबा में एक सड़क बाधित हुई। इसी तरह कुल्लू जिला में सात टांसफार्मर और चंबा में पांच पेयजल स्कीमें ठप रहीं। इसके अलावा बारिश से प्रदेश में पांच कच्चे-पक्के मकान, चार गौशालाएं और एक दुकान क्षतिग्रस्त हुई है।
मौसम विभाग के मुताबिक बीते 24 घंटों में जतौन बैरेज में 70, खीरी में 25, नाहन में 21, पांवटा साहिब में 11, कसौल में 10, सोलन में 5, चंबा व डलहौजी में 4-4 मिमी बारिश दर्ज की गई है।