शिमला, 08 जुलाई : सेब का सीजन शुरू होते ही बागवानों की परेशानियां भी शुरू हो गई है। मौसम की मार से जहां इस बार सेब का साइज नहीं बन पाया है। वहीं सेब कार्टन के दाम बढ़ने से बागवान खासे नाराज हैं। सेब हिमाचल प्रदेश की आर्थिकी में 5 हजार करोड़ रुपये का योगदान देता है। लेकिन प्रदेश में बागवानी अब घाटे का सौदा बनता जा रहा है।
सेब सीजन को लेकर शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने शिमला में संबंधित विभागों के अधिकारियों और बागवानों के साथ बैठक की और जरूरी निर्देश दिए। सेब बागवानों ने बताया कि इस बार सेब की फसल तो अच्छी है लेकिन सेब की पैकिंग में इस्तेमाल होने वाले कार्टन के दाम बहुत अधिक है। जिससे सेब बागवान को नुकसान हो रहा है। सेब बागवान को समय पर पेमेंट नहीं मिलती है। खाद के दाम पहले ही बहुत अधिक हो चुके हैं। जिससे बागवान काफी दुखी हैं। सब बागवानों ने सरकार से समस्याओं का समाधान करने की मांग की है।
वहीं, शहरी विकास मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि सेब सीजन में बागवानों को समस्याओं का सामना न करना पड़े इसके लिए अधिकारियों को व्यवस्थाओं को सुचारू करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्टन के दाम बढ़ने,जीएसटी को लेकर बागवानों ने सुझाव दिए हैं। जिसको लेकर सरकार के साथ चर्चा की जाएगी और बागवानों के साथ किसी भी तरह की धोखाधड़ी न हो इसके लिए कदम उठाए जाएंगे।