शिमला, 01 जुलाई : सेब का सीजन शुरू होते ही बागवानों ने भाजपा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। शिमला सेब बहुल जिला परिषद सदस्यों ने बागवानों की समस्याओं को लेकर सरकार के खिलाफ उपायुक्त कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। कार्टन और खाद के बढ़े हुए दाम और कीटनाशक पर सब्सिडी बंद होने से बागवान खासे परेशान हैं।
शिमला जिला परिषद सदस्य कौशल मुगटा ने कहा कि आज केवल जिला परिषद के सदस्यों ने सरकार को नींद से जगाने के लिए सांकेतिक प्रदर्शन किया, लेकिन अगर सरकार बागवानों की समस्या की तरफ ध्यान नहीं देती है तो बागवानी मंत्री का सचिवालय से बाहर निकलना मुश्किल हो जाएगा। भाजपा सरकार के शासन में 2020 से फफूंदीनाशक में सब्सिडी बंद की गई है।
सेब पैकिंग सामग्री में जीएसटी लगाया गया जिसका बागवान विरोध कर रहे हैं। सेब पर इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाने की मांग कर रहे हैं। जिला परिषद सदस्यों ने साफ तौर पर सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने समय पर सेब बागवानों की समस्या का समाधान नहीं किया तो आंदोलन उग्र होगा।