शिमला 30 जून : जुन्गा प्रवास के दौरान डीजीपी हिमाचल प्रदेश संजय कुंडू (DGP Himachal Pradesh Sanjay Kundu) ने सरकार के साथ-साथ प्रथम सशस्त्र पुलिस बटालियन के कमांडेट (Commandant of the 1st Armed Police Battalion) भगत सिंह ठाकुर की जमकर तारीफ की व उन्हें विभाग में एक सक्षम अधिकारी बताया। बता दें डीजीपी बीते रोज जुन्गा में केंद्रीय पुलिस कैंटीन का उद्घाटन करने के लिए आए थे।
इस मौके पर अपने संबोधन में डीजीपी ने कहा कि विभाग में पुलिस कैंटीन आरंभ करने तथा कर्मचारियों को बीमा कवर के तहत लाने में आईपीएस अधिकारी भगत सिंह ठाकुर (IPS BS Thakur) का सबसे बड़ा योगदान रहा है।
उन्होंने बताया कि एसपी वेलफेयर के पद पर रहते हुए भगत सिंह ठाकुर ने पुलिस कैंटीन का मामला सरकार के ध्यान में लाया गया था। केंद्र सरकार से इसकी अनुमति लेकर शिमला में सबसे पहली केंद्रीय पुलिस कैंटीन (First Central Police Canteen) खोली गई थी। जिसके फलस्वरूप वीरवार को जुन्गा में विभाग की 20वीं कैंटीन खुली है।
डीजीपी ने बताया कि प्रदेश के स्थापित पुलिस कैंटीन का वार्षिक टर्नओवर करीब 90 करोड़ तक पहूंच गया है, जिससे विभाग को करीब 80 लाख रूपये का लाभ हुआ है।
डीजीपी ने बताया कि पुलिस विभाग के कर्मचारियों के वेतन को भारतीय स्टेट बैंक (state Bank of India) के माध्यम से जोड़ने का श्रेय भी भगत सिंह ठाकुर को जाता है। इन्होने एसपी वेलफेयर के पद पर रहते हुए यह मुख्य कार्य किया है। इससे कर्मचारियों को समाजिक सुरक्षा सुनिश्चित हुई है। बताया कि एसबीआई में खाता होने से विभाग के अनेक कर्मचारियों जिनकी ड्यूटी के दौरान मृत्यु होने पर परिजनों को करीब तीस लाख बीमा कवर मिला है, जबकि सामान्य मृत्यु पर दो लाख देने का प्रावधान है।
उन्होंने कहा कि भगत सिंह ठाकुर को जब भी कोई काम दिया जाता है यह अधिकारी समस्या नहीं बल्कि परिणाम के साथ पेश होते है। डीजीपी ने सरकार को भी भूरि-भूरि प्रशंसा की व बताया कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पुलिस का आधुनिकीकरण हुआ है। आज तक के इतिहास में सबसे ज्यादा सुविधाएं पुलिस कर्मचारियों को प्रदान की गई है। कर्मचारियों की वेतन विसंगतियों का समाधान किया गया है जिससे वर्ष 2015-16 में भर्ती हुए जवानों को काफी लाभ मिला है ।