नाहन, 17 जून : देश में लागू की गई ‘अग्निपथ योजना’ (Agnipath Scheme) के खिलाफ युवाओं में आक्रोश बढ़ता जा रहा है, इससे हिमाचल भी अछूता नहीं है। देवभूमि के सिरमौर जनपद के युवाओं ने योजना के खिलाफ नाहन से हिमाचल की राजधानी शिमला तक “पैदल यात्रा” (Foot March) का ऐलान किया है, इसको लेकर युवा संगठित भी हो रहे हैं। ये निर्णय शुक्रवार शाम चौगान मैदान में लिया गया है।
युवाओं ने कहा कि 18 जून को नाहन से शिमला की पैदल यात्रा शुरू की जाएगी। इसके बाद शिमला से दिल्ली की पदयात्रा का भी निर्णय लिया जा सकता है। वो इस बात से बेपरवाह हैं कि उन्हें पुलिस हिरासत में लेगी। इस मकसद से शुक्रवार सुबह भी युवाओं से चौगान मैदान में एकत्रित होने का आह्वान किया गया था। पुलिस ने भी सुरक्षा के इंतजाम किए हुए थे। पैदल यात्रा में धावक सुनील शर्मा भी युवाओं के साथ होंगे।
खास बात यह है कि विरोध में लड़कियां भी उतरी हैं, जो अरसे से सेना में भर्ती होने के लिए पसीना बहा रही हैं। युवतियों ने एमबीएम न्यूज़ नेटवर्क से बातचीत में कहा कि सेना में भर्ती होने के लिए काफी लंबे समय से जद्दोजहद कर रही हैं। उन्होंने देश के रक्षा मंत्रालय से पूछा है कि क्या लड़कियों की सेना में भर्ती की एंट्री के लिए जमा दो की परीक्षा में न्यूनतम 90 फीसदी अंक की योग्यता सही है। उनका कहना था कि योजना से युवाओं का भविष्य बर्बाद होगा।
गौरतलब है कि वीरवार को हिमाचल के करीब एक दर्जन स्थानों से युवाओं के आक्रोशित प्रदर्शन की खबरें सामने आई थी। सिरमौर में नाहन व पांवटा साहिब में भी प्रदर्शन किए गए।
कांगड़ा में प्रधानमंत्री (Prime Minister) के काफिले के तरफ बढ़ रहे युवाओं की पुलिस से धक्का-मुक्की भी हुई थी। युवाओं का यह भी तर्क है कि नियमित सेना भर्ती के साथ-साथ इस योजना को लागू किया जाता तो शायद यह बात देश हित में हो सकती थी।
दीगर है कि सिरमौर में करीब-करीब 3 हजार से अधिक युवा सेना में भर्ती होने की तैयारी लंबे अरसे से कर रहे हैं। सिरमौर मुख्यालय में ही यह आंकड़ा 1500 के आसपास का हो सकता है। वीरवार को प्रदेश के कई हिस्सों में प्रदर्शन के दौरान हिरासत में लिए गए युवाओं से 500- 500 रुपये जुर्माना भी वसूला गया था।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 300 के करीब युवकों को हिरासत में लिया गया था। हमीरपुर में सीपीआई नेता को पत्रकार वार्ता से पहले ही पुलिस ने हिरासत में ले लिया था। गौरतलब है कि शुक्रवार को नाहन में कांग्रेस ने भी इस योजना के खिलाफ प्रदर्शन किया था।