बिलासपुर, 16 जून : केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी करना व नेशनल हाईवे को यातायात के लिए अवरुद्ध करना जिला के करीब 60 युवाओं को महंगा पड़ गया। विगत दिवस बुधवार को कुछ युवाओं ने केन्द्र सरकार के खिलाफ नारे लगाए और कहा कि टीओडी बन्द करो और मिलिट्री एग्जाम बहाल करो। इन नारों को लगाते हुए कुछ युवाओं ने कॉलेज के निकट चक्का जाम कर दिया।
पुलिस के हटाने के बाद वह रैली के रूप में उपायुक्त कार्यालय की तरफ नारेबाजी करते हुए चले गए थे। पुलिस ने पाया कि उपरोक्त युवाओं ने अपने इस प्रदर्शन व चक्का जाम की कोई अनुमति नहीं ली है और प्रशासन को इसकी कोई जानकारी नहीं है। ऐसे में पुलिस ने चक्का जाम में शामिल सभी युवाओं के खिलाफ मामला दर्ज कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक 15 जून को दोपहर करीब 12.55 पर पुलिस चौकी में सूचना मिली कि कुछ अनजान युवकों ने कॉलेज चौक पर चक्का जाम कर दिया है। जब पुलिस टीम मौके पर पहुंची तो यहां युवाओं ने नेशनल हाईवे-205 पर बैठकर यातायात बन्द करके केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी थी। उक्त युवा यहां अपने हाथ में सलोगन लिखे गत्ते के टुकड़े उठा उठाए थे। पुलिस ने उन्हें वहां से हटाया और वह उसके बाद उपायुक्त कार्यालय की तरफ से चले गए।
युवाओं ने उपायुक्त परिसर के निकट भी जमकर नारेबाजी की और विश्राम गृह के निकट भी इन्हीं युवाओं ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर माहौल को खराब किया। डीएसपी राज कुमार ने बताया कि उपरोक्त 50-60 लड़कों का यह कृत्य गलत था। उन्होंने नेशनल हाईवे बन्द करके यातायात अवरुद्ध किया और केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की है। उनके पास किसी भी तरह की अनुमति इसके लिए नहीं थी। ऐसे में सभी युवाओं पर आईपीसी की धारा 341,143 के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है।