शिमला, 16 जून: हिमाचल प्रदेश में हरेक जनपद से अग्निपथ योजना के विरोध में आक्रोशित युवा सड़कों पर उतर आए हैं। इत्तफाकन वीरवार को ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी धर्मशाला पहुंचे हैं।
कांगड़ा में भी युवाओं के सड़कों पर उतरने की जानकारी है। ऐसी भी खबर है कि प्रधानमंत्री के प्रवास के मद्देनजर विरोध कर रहे युवाओं व पुलिस के बीच झड़प भी हुई है। इससे जुड़ा 18 सैकेंड का वीडियो भी सामने आया है। इसमें नजर आ रहा है कि प्रदर्शन कर रहे युवाओ ने पुलिस कर्मियों को भी पीटा है। इसके बाद पुलिस को भी हलके बल का इस्तेमाल करना पड़ा।
सिरमौर के मुख्यालय नाहन में आक्रोशित युवाओं ने ‘वर्दी दो या अर्थी दो’ के नारे बुलंद किए। इस दौरान युवाओं ने दो साल से रुकी सेना की लिखित परीक्षा करवाने की मांग की। युवाओं का आरोप है कि वनरक्षक व पुलिस इत्यादि की भर्तियां तो चलती रही, लेकिन कोविड का हवाला देकर सेना की भर्ती को रोका गया।
बिलासपुर में भाजपा के झंडों को रौंदे जाने की खबर आई है। मंडी व ऊना के मुबारकपुर में भी प्रदर्शन की खबर है। कांग्रेस ने भी इस मुद्दे को हाथों हाथ ले लिया है। सिरमौर कांग्रेस अध्यक्ष कंवर अजय बहादुर सिंह ने कहा कि युवाओं को कानूनी लड़ाई लड़ने के लिए मदद दी जाएगी।
दरअसल, युवाओं में आक्रोश इस कारण भी बढ़ गया है, क्योंकि सरकार ने चार साल के लिए भर्ती करने का निर्णय लिया है। पिछली भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया गया है। प्रदेश के हजारों युवा सेना में भर्ती के लिए लगभग दो साल से पसीना बहा रहे हैं।
युवाओं द्वारा प्रदेश के कई हिस्सों से प्रशासन के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन भेजने की भी जानकारी है। सोशल मीडिया में अग्निवीर को लेकर सही व गलत के सवाल भी पूछे जाने लगे हैं। समूचे हिमाचल में इस मामले ने खासा तूल पकड़ लिया है।
बता दें कि सरकार ने योजना का ऐलान मंगलवार देर शाम किया था। लेकिन धीरे-धीरे स्थिति स्पष्ट होने पर युवाओं में आक्रोश बढ़ रहा है।
उधर, मंडी में युवाओं ने एक रैली निकाली और केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ जमकर नारे भी लगाए। इसके बाद युवाओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने जिला प्रशासन के माध्यम से केंद्र और हिमाचल प्रदेश सरकार को ज्ञापन भी भेजा। साथ ही युवाओं ने मंडी शहर के पैलेस स्थित आर्मी भर्ती कार्यालय का घेराव भी किया। मंडी में सैंकड़ों के तादात में युवाओं ने केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना का जमकर विरोध किया।
युवाओं का कहना है कि जब देश में बेरोजगारी चरम पर है तो सरकार इस प्रकार की शॉर्ट टर्म नौकरी की योजना लेकर आई है जबकि इस समय युवाओं को एक स्थाई रोजगार की आवश्यकता है। युवाओं ने केंद्र सरकार पर देश व हिमाचल प्रदेश के लाखों बेरोजगार युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने का आरोप भी लगाया।
युवाओं के अनुसार केंद्र सरकार ने पहले भी देश में करोंड़ों रोजगार देने का वादा किया लेकिन अब उस वादे के ध्यान भटकाने के लिए इस प्रकार अस्थाई नौकरियों की घोषणा की जा रही है, जोकि सही नहीं है। सेना में जा कर एक स्थाई नौकरी की आस रखने वाले युवाओं ने केंद्र सरकार से इस योजना की घोषणा को शीघ्र वापिस लेने की मांग उठाई है। इसके साथ ही युवाओं ने प्रदेश सरकार को भी बीते कई वर्षों से लटकी आर्मी भर्ती को लेकर फटकार लगाई है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में आर्मी भर्ती लटकी हुई है और इस बीच इस प्रकार अग्निवीर बनने की योजना की घोषणा से युवाओं में भारी आक्रोश है। युवाओं ने केंद्र और हिमाचल प्रदेश की सरकार को चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगों को लेकर गौर नहीं किया गया तो आने वाले समय में प्रदेश स्तर पर विरोध प्रदर्शन किया जाएगा। फिर भी सरकार नहीं मानी तो युवा इसका करारा जवाब आने वाले विधानसभा चुनावों में देंगे जिसकी जिम्मेदार मौजूदा केंद्र और प्रदेश की भाजपा सरकार होगी।