संगड़ाह, 12 जून : रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र संगड़ाह में कार्यरत खंड विकास अधिकारी विनीत ठाकुर का राजनीतिक दबाव के बीच तबादला हुआ है। संगड़ाह में कार्यरत विकास खंड अधिकारी को महज 3 माह के अंतराल में ही यहां से रुखसत कर दिया गया, इसको लेकर क्षेत्र के पंचायत प्रतिनिधियों एवं लोगों ने रोष व्यक्त किया है।
लोगों का कहना है कि खंड विकास अधिकारी विनीत ठाकुर ने कर्मचारियों को कार्यालय एवं पंचायतों में समय पर आने के लिए मजबूर कर दिया था, कार्यालय में पेंडिंग कार्यों को युद्ध स्तर पर निपटाने का जिम्मा कर्मचारियों को सौंपा गया था।
वहीं, 18 मई को बीडीओ द्वारा पंचायतों में कार्यरत 23 गांव रोजगार सेवकों एवं तकनीकी सहायक को नियमानुसार सर्कल बनाकर बदल दिया गया था, ताकि यात्रा भत्ते के अतिरिक्त भार को कम किया जा सके और लोगों के काम समय पर हो सके। इन तकनीकी सहायकों एवं ग्राम रोजगार सेवकों का बदला जाना भाजपा नेताओं को रास नहीं आया। इसी के चलते खंड विकास अधिकारी को बदल दिया गया।
क्षेत्र के लोगों ने निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि सिरमौर में 6 विकास खंडों में पहले ही तीन खंड विकास अधिकारियों के पद रिक्त चल रहे थे। इसके बावजूद भी सरकार द्वारा यहां से महज तीन माह के अंतराल में बीडीओ का बदला जाना दुर्भाग्यपूर्ण है। लोगों का कहना है कि अधिकारी का तबादला सरासर गलत है। इससे पहले विकास खंड अधिकारी का पद खाली था।
लाना पालर पंचायत की प्रधान कृष्णा शर्मा ने बताया कि कार्यालय एवं पंचायतों में भारी सुधार देखने को मिल रहा था। जहां पर पंचायत सचिव अपनी मर्जी से आते थे। अधिकारी के आने के बाद कर्मचारी समय पर ड्यूटी पर आ रहे थे। लुधियाना पंचायत के प्रधान वीरेंद्र ठाकुर ने कहा कि अधिकारी को बदलना एक प्रकार से विकास को रोकने के बराबर है।