हमीरपुर, 9 जून : मन में अगर सेवा का भाव हो साथ ही कुछ करने की इच्छा हो तो हर कार्य संभव हो सकता है। ऐसी ही एक मिसाल हिमाचल प्रदेश के बिझड़ी पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार (ASI Anil Kumar) ने पेश की है। अनिल कुमार ने सठवीं पंचायत के दखयोडा (झोरघाट) में निर्मित गौशाला में तक़रीबन 2 लाख रुपए से बोरवैल (borewell) लगवाया है।
गौशाला में चार दर्जन से अधिक बैलों व गऊओं को रखा गया है, लेकिन उनके पीने के पानी की कोई व्यवस्था नहीं थी। पशुओं को पानी उपलब्ध करवाने के लिए जलशक्ति विभाग की जल आपूर्ति पर निर्भर रहना पड़ता था। भीषण गर्मी के चलते खड्डों में भी पानी सूख चुका है। पशुओ के सूखे हलक को तर करने में जो कार्य स्थानीय जनता व पंचायत प्रतिनिधि नहीं कर पाए वो कार्य एक पुलिस अधिकारी ने कर दिखाया है।
बताते चलें कि बिझड़ी पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार एक धार्मिक प्रवृति के भी इंसान हैं। धार्मिक आयोजनों में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेते हैं। साथ ही ड्यूटी को भी पूरी निष्ठा से अंजाम देते है। स्थानीय लोगों ने बताया कि गौशाला में पानी कि समस्या के लिए बड़सर विधानसभा क्षेत्र के प्रतिनिधियों व पंचायत प्रतिनिधियों को कई बार अवगत करवाया गया, लेकिन किसी ने भी समस्या के समाधान की तरफ ध्यान नहीं दिया।
गौशाला कमेटी भी समस्या का समाधान करने में असमर्थ रही। जब इस बारे बिझड़ी पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार को पता चला तो फ़ौरन ही गौशाला का दौरा किया। गौशाला में बिन पानी गर्मी से झुलस रहे पशुओं को देखकर उनका मन पसीज गया। उन्होंने तुरंत अपनी जमा पूंजी से बोरवैल लगाने की हामी भर दी। वीरवार को गौशाला में बोरबैल स्थापित करवा दिया गया।
लोगों द्वारा अनिल कुमार के इस सेवाभाव की हर जगह प्रशंसा हो रही है। बोरवैल में मोटर इत्यादि की फिटिंग का कार्य होने के बाद भंडारे का आयोजन भी किया जाएगा।
वहीं इस बारे पुलिस चौकी प्रभारी अनिल कुमार ने इसे गौ सेवा में एक छोटा सा योगदान बताया। उन्होंने कहा कि मैंने “गौ सेवा” प्रशंसा बटोरने के लिए नहीं की है, बल्कि गौ माता की सेवा तो हम सबका धर्म है। उन्होंने कहा कि आगे भी इस गौशाला के लिए हो पाएगा, करुंगा।
लोगों की मानें तो पंचायत ने लाखों रुपए ख़र्च कर जल संग्रहण टैंक तो बनवा दिया, परन्तु उसमें पानी का संग्रहण करने का कोई प्रावधान नहीं किया। इसके अलावा गौशाला के अन्य कार्य भी अधूरे पड़े हैं। उधर खंड विकास अधिकारी बिझड़ी से संपर्क किया गया तो उन्होंने बजट की कमी का हवाला दिया।