हमीरपुर, 9 जून : पूर्व मुख्यमंत्री धूमल द्वारा जनता की सुविधा के लिए खोले गए टौणी देवी सिविल अस्पताल की दुर्दशा वर्तमान सरकार के समय में चर्चा में है। प्रतिदिन 300 की ओपीडी संख्या वाले इस अस्पताल में से 4 डॉक्टर डेपुटेशन पर बाहर भेज दिए गए हैं। हाल ही में डॉक्टर अभिषेक के सरकाघाट डेपुटेशन पर जाने के आदेश जारी होने पर लोगों का आक्रोश भी बढ़ गया है।
लोगों को चिंता सता रही है कि वार्ड से लेकर ओपीडी तक मरीजों को कैसे प्रॉपर चिकित्सा सुविधा मिलेगी। डॉक्टरों की कमी के कारण मरीज बेहाल हो रहे हैं। मंडी और हमीरपुर जिला के कई दुर्गम क्षेत्रों के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध करवाने वाले टौणी देवी सिविल अस्पताल की भव्य बिल्डिंग और सुविधाएं पूर्व सीएम धूमल के कार्यकाल में प्रदान की गई थी।
लोग सरकाघाट, टिहरा, आवाहदेवी, ऊहल, अस्पताल पर निर्भर है। डॉक्टरों की कमी का खामियाजा मरीजों को भुगतना पड़ सकता है। साथ में उपचार करवाने के लिए लंबा इंतजार भी करना पड़ेगा, लेकिन डॉक्टरों का डेपुटेशन पर भेजने का सिलसिला नहीं थम पा रहा है।
यह है वर्तमान हाल टौणी देवी सिविल अस्पताल के 2 वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारियों के जिम्मे बीएमओ का कार्यभार है। कहने को तो अस्पताल में 8 डॉक्टर तैनात है, जिसमें एक डॉक्टर के नादौन एक गलोड़ और एक पीएचसी कुठेडा के लिए
डेपुटेशन के लिए आदेश काफी समय पहले हुए थे। शेष बचे दो डॉक्टर तो कार्यकारी बीएमओ का अलग-अलग ब्लॉक में कार्य देख रहे हैं। ताजा आदेशों के तहत टौणी देवी सिविल अस्पताल से डॉक्टर अभिषेक के डेपुटेशन ऑर्डर सिविल अस्पताल सरकाघाट के लिए हो गए। अब इस अस्पताल में केवल चार ही डॉक्टर बचे हैं।
लोगों में आक्रोश बारी पंचायत के प्रधान रविंद्र ठाकुर, टपरे पंचायत की पूर्व, प्रधान रजनीश कुमारी, ग्रामीणों का कहना है कि सिविल अस्पताल में डॉक्टर ही नहीं होंगे तो मरीजों को दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। यहां से डॉक्टरों को डेपुटेशन पर कहीं नहीं भेजना चाहिए। वहीं लोगों ने सरकार से सिविल अस्पताल में अति शीघ्र खाली पद भरने की मांग की है।
उधर, सीएमओ डा. आरके अग्निहोत्री का कहना है कि सिविल अस्पताल टौनी देवी के चार डॉक्टरों को डेपुटेशन पर विभिन्न अस्पतालों में लगाया गया है। जैसे ही आगामी आदेश उच्चाधिकारी करेंगे वैसे आगामी कार्रवाई की जाएगी। लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के लिए वह प्रयासरत है।