नाहन, 8 जून : हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Himachal Pradesh Congress Committee) ने सिरमौर के सलानी रिजाॅर्ट में 12 जून 2022 को ‘‘भारत जोड़ों सदभावना सम्मेलन’’ आयोजित करने का निर्णय लिया है। इसमें बतौर मुख्यातिथि पार्टी की अध्यक्ष प्रतिभा सिंह ने शिरकत करनी है, लेकिन इसके निमंत्रण पत्र को लेकर कांग्रेसियों के बीच ठन गई है।
दरअसल इस निमंत्रण पत्र में कनिष्ठ विधायक विनय कुमार को तो तवज्जो दे दी गई, लेकिन वरिष्ठ नेता व उप नेता प्रतिपक्ष हर्षवर्धन की अनदेखी पर उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया में मुहिम छेड़ दी है। सवाल उठाया गया कि एक-दो बार के विधायक को तवज्जो दी जा रही है, लेकिन वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी कर पार्टी को विभाजित करने का प्रयास किया जा रहा है।
दो बार के विधायक विनय कुमार को विशिष्ट अतिथि बनाया गया है, जबकि हर्षवर्धन व मुसाफिर जैसे नेताओं का नाम कार्ड में लिखना ही मुनासिब नहीं समझा गया। ये भी दावा किया जा रहा है कि सम्मेलन को मुख्यालय में करने की बजाय भाजपा की विचारधारा से जुड़े व्यक्ति के रिजाॅर्ट में आयोजित किया जा रहा है।
वरिष्ठ नेता हर्षवर्धन चौहान के समर्थकों ने सोशल मीडिया के माध्यम से चेतावनी भरे लहजे में कहा कि सबको साथ लेकर चलें, अन्यथा भाजपा की तरह तुम लोगों की बखियां उधेड़ने में भी समय नहीं लगेगा।
ये भी कहा गया कि नाहन के कुछ लोग खुद को सर्वेसर्वा मान रहे हैं, जिनके पास 50 वोट भी नहीं हैं, उनको तरजीह दी जा रही है। पोस्ट में ये भी कहा जा रहा है कि तुम लोगों की औकात चौहान साहब के पैर के बराबर भी नहीं है। चौहान साहब शरीफ हैं, उनके सब्र का इम्तेहान मत लेना।
वो लोगों के दिल में हैं, तुम्हारे कागज के टुकड़े में नाम लिखने से कुछ नहीं होगा। कांग्रेस के इस सम्मेलन में विशिष्ट अतिथि के तौर पर इमरान प्रतापगढ़ी, जितेंद्र बिट्टू, विनय कुमार व विक्रमादित्य सिंह के मौजूद रहने की बात कही गई है। काफी हद तक ये बात सही है कि वरिष्ठ नेताओं की अनदेखी कर कांग्रेस कतई भी सत्ता की सीढ़ी नहीं चढ़ सकती है।
1998 में सिरमौर ने कांग्रेस की झोली में पांचों सीटें डाली थी, मगर इसके बाद भाजपा की पैठ बढ़ती जा रही हैै। मौजूदा में भाजपा के तीन विधायक हैं, जबकि कांग्रेस के पाले में दो ही विधायक हैं।