शिमला, 08 जून : जिला सिरमौर में गिरीपार क्षेत्र के हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के मसले पर विघटनकारी ताकतें अफवाह और दुष्प्रचार कर रहे हैं। ऐसी ताकतों को सतर्क रहना चाहिए कि किसी भी प्रकार की अफवाह गिरीपार के लोगों के विषय और हाटी मुद्दे पर ना फैलाएं।
हाटी विकास मंच के अध्यक्ष प्रदीप सिंह सिंगटा ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हाटी समुदाय के तीन लाख लोगों को जनजातीय दर्जा दिलाने का मुद्दा संसद में जोरदार तरीके से उठाया है और गिरीपार को 1979 राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग जनजातीय घोषित किया गया है। अब केवल इसकी सिफारिश इंप्लीमेंट करनी है और फिर ये मामला केंद्र सरकार के कैबिनेट में जाएगा।
इस मौके पर हाटी विकास मंच के मुख्य प्रवक्ता डॉ रमेश सिंगटा और दलीप सिंह सिंगटा ने कहा कि देश के गृह मंत्री अमित शाह जी तीन लाख लोगों के मुद्दे की पैरवी भारत सरकार में कर रहे हैं तथा शीघ्र ही लोगों को हक मिलेगा।
उन्होंने कहा कि यहां के युवा केंद्र सरकार के अच्छे-अच्छे पदो में जाएंगे और केंद्र सरकार से ट्राइबल सब प्लान में करोड़ो रूपए आयेंगे जिसके कारण क्षेत्र का विकास होगा वहीं हाटी विकास मंच के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धनवीर ठाकुर मीडिया प्रभारी मदन तोमर, दीपक चैहान रोशन शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर और भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने गिरिपार के तीन लाख लोगों की चिरकाल मांग के लिए जो संघर्ष किया है वह काबिले तारीफ है अब कोई भी विघटनकारी ताकतें जो गिरिपार के तीन लाख लोगों को उनके हकों से वंचित नहीं कर सकती इसमें समाज के सभी वर्गों का उत्थान होगा। वहीं हाटी विकास मंच के वरिष्ठ मीडिया प्रभारी रविन्द्र जस्टा ने कहा कि अब सभी कागज तैयार है कोई भी ताकत गिरिपार के तीन लाख लोगों को गुमराह नही कर सकती।