राजगढ़, 07 जून : बिजली व पानी की व्यवस्था किए बिना स्वास्थ्य विभाग द्वारा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र हाब्बन को आनन-फानन में शिफ्ट कर दिया गया। बिजली पानी न होने से पीएचसी के कर्मचारी परेशानी से जूझ रहे हैं।

बता दें कि बीते वर्ष तीन सितंबर 2021 को सरांह प्रवास के दौरान हाब्बन के अधूरे पीएससी भवन का स्थानीय भाजपा नेताओं द्वारा उद्घाटन करवा दिया गया था। खाली भवन के नौ मास बीत जाने पर दिव्य हिमाचल में इस मुददे को प्रभावी ढंग से उठाया गया था जिस पर विभाग ने आनन फानन में बिना बिजली, पानी सुविधा के पीएचसी को नए भवन में शिफ्ट कर दिया।
कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लगाने गए पझौता स्वतंत्रता सैनानी कल्याण संघ के अध्यक्ष जयप्रकाश चौहान, सत्यापाल, सुभाष नंबरदार हड़ेच और निर्मल शर्मा ने पीएचसी में बिजली पानी न होने के बारे में चिंता जताई। इनका कहना है कि पीएचसी के कर्मचारियों को बिजली पानी के बिना काफी दिक्कत पेश आ रही है। यहां तक की ठेकेदार द्वारा शौचालयों की शीट को भी साफ नहीं किया गया है।
उन्होने हैरानी जताते हुए कहा कि विभाग दस माह बीत जाने के बावजूद भी बिजली पानी की व्यवस्था नहीं कर पाया जोकि चिंता और चिंतन का विषय है। यहां तक कि नलके और वाशवेशन की फिटिंग भी ठीक नहीं की गई है।
जय प्रकाश चौहान, पूर्व जिप सदस्य शकुंतला प्रकाश सहित हाब्बन क्षेत्र के अनेक लोगों ने कहा कि श्रेय लेने की होड़ में स्वास्थ्य विभाग और चुने हुए प्रतिनिधियों द्वारा मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से अधूरे भवन का उद्घाटन करवा दिया गया था। जिससे मुख्यमंत्री पद की आमजन में छवि खराब हुई है। चौहान ने हैरानी प्रकट करते हुए कहा कि 74 लाख की राशि व्यय होने के बावजूद भी इस भवन में विभाग द्वारा बिजली पानी की कोई व्यवस्था नहीं की गई है।
उन्होने बताया कि इस पीएचसी भवन की आधारशिला पूर्व कांग्रेस सरकार में योजना बोर्ड के पूर्व उपाध्यक्ष जीआर मुसाफिर द्वारा वर्ष 2017 में रखी गई थी। पांच वर्ष बीत जाने पर भी भवन का कार्य अधूरा पड़ा है। जय प्रकाश चौहान ने बताया कि पीएचसी में स्टाफ भी पूरा नहीं है। इस क्षेत्र की एक मात्र पीएचसी में मात्र एक डाॅक्टर व फार्मास्सिट कार्यरत है। जबकि पीएचसी में लैब न होने से मरीजों को टेस्ट करवाने के लिए राजगढ़ अथवा सोलन जाना पड़ता है।
जबकि प्रदेश के सरकारी अस्पातालों में निःशुल्क लैब टेस्ट किए जा रहे है। बताया जा रहा है कि विकास कार्यों में श्रेय लेने की होड़ नहीं होनी चाहिए बल्कि चुने हुए प्रतिनिधियों को दलगत राजनीति से उपर उठकर कार्य करना चाहिए। कार्यकारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी नाहन डाॅ नासिर अहमद ने बताया कि इस बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है। शीघ्र ही इस समस्या का निदान किया जाएगा।