शिमला, 06 जून : भीम आर्मी भारत एकता मंच के बैनर तले प्रदेश भर के अनुसूचित वर्ग के लोग चौड़ा मैदान में एकत्रित हुए। भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ‘रावण’ की अध्यक्षता में मांगों को सरकार के सामने रखा गया।
भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर ने कहा कि सिरमौर के गिरीपार को जनजाति दर्जा अनुसूचित जाति के लोगों से अधिकारों को छीन लेगा। उन्होंने किन्नौर और लाहौल स्पीति का उदाहरण देते हुए कहा कि इन ज़िलों को अनुसूचित जनजाति दर्जा मिलने की वजह से इलाके में एट्रोसिटी एक्ट के प्रावधान लागू नहीं है।
उन्होंने कहा कि सिरमौर में बीते एक साल में एट्रोसिटी एक्ट में 105 मामले दर्ज किए गए हैं। चंद्रशेखर ने कहा कि अनुसूचित जनजाति का दर्जा मिलने के बाद इलाके के लोगों के अधिकार छीन लिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि जिस तरह हिमाचल में बीते दिनों दलितों के साथ शोषण और भेदभाव के मामले बढ़े हैं, उससे लोगों में असहजता का भाव पैदा हो रहा है।
हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले हाटी समुदाय को जनजातीय दर्जा देने के खिलाफ चंद्रशेखर रावण ने एलान-ए-जंग किया है। उन्होंने कहा कि आने वाले 6 महीने में प्रदेश भर से शिमला के लिए पैदल यात्रा निकाली जाएगी। इन पैदल यात्राओं के जरिए गिरीपार क्षेत्र को जनजातीय दर्जा देने के खिलाफ आवाज बुलंद की जाएगी।
भीम आर्मी का कहना है कि यदि सरकार उनकी बात सुन ले तो ठीक, अन्यथा शिमला में अनिश्चितकाल के लिए धरना-प्रदर्शन किया जाएगा।