हमीरपुर, 06 जून : देश के लिए तीन-तीन जंग लड़ने के बाद भी एक रिटायर फौजी के गांव तक हिमाचल सरकार आज तक सड़क उपलब्ध नहीं करवा पाई है। कई सरकारें आई और चली गई, भाजपा हो या कांग्रेस सभी सरकारों के कार्यकाल में हिमाचल प्रदेश के जिला हमीरपुर का एक छोटा गांव खोरड आज तक सड़क से नहीं जुड़ पाया है।
जिस जिले से सड़क वाले मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल दो बार मुख्यमंत्री रह चुके हों, जो जिला राजनीति का गढ़ माना जाता है, उस जिले में ऐसा हाल हर किसी को आश्चर्यचकित करता है।
उल्लेखनीय है कि यह गांव सुर्खियों में तब आया, जब गांव के रहने वाले रिटायर फौजी बिधि सिंह की तबीयत बीते दिन अचानक खराब हो गई। हॉस्पिटल फोन किया, एंबुलेंस उपलब्ध थी, लेकिन गांव तक सड़क नहीं थी। फिर क्या रिटायर फौजी के बेटे दीपक ने पिता को कंधे पर उठाया और करीब 1 किलोमीटर दूर सड़क तक सीधी चढ़ाई करके मुख्य सड़क तक पहुँचाया।
इसके बाद निजी गाड़ी करके हॉस्पिटल ले गए। इस घटनाक्रम से साफ है कि बड़ी-बड़ी बातें करने वाली सरकारे जब तक ग्राउंड लेवल पर काम नहीं करेंगी, तब तक आम जनता को ऐसे ही हालातों का सामना करना पड़ेगा। विधि सिंह ने 1962 में चीन के साथ, 1965 और 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में हिस्सा लिया।
जब इस बारे में पंचायत प्रधान से बात कि तो पता चला कि गांव के लिए पंचायत के जरिए रोड निकल रहा था। पैसा भी आ गया था। मार्च में इसके लिए केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर और डीसी देव श्वेता बनिक से मिले थे। प्रशासन निशानदेही भी दे गया, लेकिन गांव के एक परिवार ने कोर्ट और सेटलमेंट विभाग में केस दायर कर दिया है। इस संबंध में बीडीओ आकांक्षा शर्मा ने बताया कि वह मौके पर जाकर निरीक्षण करेंगी।