मंडी, 06 जून : ’’मैंने अपनी दादी को बीड़ी (Beedi) और पिता को शराब (Drink) पीते हुए देखा, तो सोचा कि मैं भी इसे क्यों न ट्राई करूं। बस इसके बाद मैंने बीड़ी, सिगरेट (Cigarette) पीना शुरू कर दिया। जब भी मुझे कहीं पर कोई लड़के सिगरेट या बीड़ी पीते हुए दिखाई देते हैं तो मैं वहां पर जाकर उनके साथ कश लगा लेती हूं। मुझे ऐसा करना अच्छा लगता है और बीते 6 महीनों से मैं ऐसा ही कर रही हूं।’’
रौंगटे खड़े (Goosebumps) कर देने वाले यह शब्द उस 13 वर्षीय बालिका ने पुलिस से कहे हैं जो इस वक्त नशे के चंगुल में बूरी तरह से जकड़ चुकी है। यह बालिका हिमाचल (Himachal Pradesh) के मंडी जिला के करसोग उपमंडल की रहने वाली है। पहले किसी नीजि स्कूल (Private School) में पढ़ती थी, लेकिन अब सरकारी स्कूल (Government School) में इसका दाखिला करवाया गया है। स्कूल के प्रधानाचार्य ने जब बालिका को नशा करते हुए देखा तो पुलिस को इसकी सूचना दी।
पुलिस टीम ने मौके पर जाकर बालिका को पकड़ा और अपने साथ ले आई। परिजनों को बुलाया गया और काउंसलिंग (Counseling) की गई। काउंसलिंग में बालिका ने अपने नशे की लत के बारे में बताया। युवती नशे की चंगुल (Drug Addicts) में इस कदर जकड़ चुकी है कि उसने नशा करते हुए के फोटो (Photo) और वीडियो (Viedo) अपने सोशल मीडिया अकाउंट (Social Media Accounts) पर शेयर किए हैं।
पुलिस ने बालिका द्वारा कुछ लोगों के साथ की गई चैट (Chat) को भी पढ़ा है, जिसमें चरस (Charas) और चिट्टे (Chitta) के संबंध में कई प्रकार की बातें की गई हैं। अंदेशा है कि यह बालिका अभी से ही चरस और चिट्टे जैसे नशों के जाल में फंस चुकी है।
डीएसपी गीतांजलि ठाकुर ने मामले की पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि एक बार बालिका और उसके परिजनों की काउंसलिंग हो चुकी है और अब दोबारा से उन्हें काउंसलिंग के लिए बुलाया गया है। बालिका का इस तरह से नशे के जाल में फंसना एक चिंताजनक बात है और पुलिस उसे इससे बाहर निकालने में अपनी तरफ से हरसंभव प्रयास कर रही है।