शिमला, 05 जून : हिमाचल प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल भर्ती (Police Constable Recruitment) की लिखित परीक्षा लीक (written exam leak) मामले को अरसा बीत गया है। पुलिस मुख्यालय यह दावा कर चुका है कि टॉप से बॉटम तक प्रश्न पत्र लीक करने वालों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है, लेकिन बड़ा सवाल यह है कि कांस्टेबल भर्ती की लिखित परीक्षा को दोबारा आयोजित करने पर अब तक कोई निर्णय क्यों नहीं हुआ है।
मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर (CM jairam Thakur) ने मई के पहले सप्ताह में परीक्षा को रद्द करने का ऐलान करते हुए कहा था कि इसी माह परीक्षा दोबारा आयोजित कर ली जाएगी। लेकिन जून माह के भी 5 दिन बीत चुके हैं, परीक्षा को आयोजित करने पर कोई फैसला नहीं हुआ है।
31 मई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) का शिमला प्रवास होने के कारण समूचा पुलिस का अमला इसमें व्यस्त हो गया था। अब प्रधानमंत्री का 16 व 17 जून को भी धर्मशाला प्रवास तय हो चुका है। इस बार सुरक्षा को लेकर पुलिस को अधिक चिंता रहेगी, क्योंकि प्रधानमंत्री धर्मशाला में स्टे भी कर रहे हैं। लिहाजा ऐसी परिस्थितियों में पुलिस अपने स्तर पर दोबारा परीक्षा को करने की स्थिति में नजर नहीं आ रही हैं।
हालांकि जानकार यह कहते हैं कि पुलिस विभाग को परीक्षा आयोजित करने की जिम्मेदारी किसी एजेंसी को दे देनी चाहिए। इसमें हिमाचल प्रदेश कर्मचारी चयन आयोग (HPSSC) भी एक विकल्प हो सकता है, लेकिन ये भी पता चला हैं कि इस बात को लेकर पुलिस मुख्यालय में सहमति नहीं है।
बता दें कि 27 मार्च 2022 को आयोजित लिखित परीक्षा में प्रदेश भर से लगभग 74,000 उम्मीदवारों ने परीक्षा में हिस्सा लिया था। लिहाजा एक बड़ा तबका परीक्षा के दोबारा आयोजित होने का इंतजार कर रहा है।
परीक्षा उत्तीर्ण करने वाले अभ्यर्थियों को चिंता इस बात की भी है कि चंद महीने बाद विधानसभा चुनाव की आचार संहिता (code of conduct for assembly elections) भी लागू हो जाएगी। ऐसे में अगर समय रहते औपचारिकताएं पूरी नहीं हुई तो उन्हें और मायूसी का सामना करना पड़ेगा, साथ ही करियर भी तबाह हो सकता है।