मंडी,05 जून : ध्यान से सुन लीजिए, हॉस्टन गाय के दूध से इम्युनिटी बढ़ती नहीं बल्कि घटती है। यह कहना है प्रदेश के पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर का। यह बात उन्होंने रविवार को मंडी जिला की ग्राम पंचायत मझवाड़ के चौकी गांव में गौ कान्हा गौ संवर्धन केंद्र में गौमाता और कान्हा जी की मूर्ति स्थापना पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही।
वीरेंद्र कंवर ने बताया कि हालही में हुए शोध में पता चला है कि हॉस्टन गाय के दूध से इम्युनिटी बढ़ती नहीं बल्कि घटती है। जबकि पहाड़ी गाय के दूध से ही इम्युनिटी बढ़ती है। हॉस्टन गाय के दूध को ए-1 जबकि पहाड़ी गाय के दूध को ए-2 बताया गया है। बहुत जल्द ए-2 मिल्क पर कार्य किया जा रहा है।
पहाड़ी गाय जंगल की जड़ी-बूटियों को खाती हैं जिससे उनके दूध में रोग प्रतिरोधक क्षमता मिलती है। उन्होंने बताया कि अब पहाड़ी गाय की शुद्ध नस्लें नहीं बची हैं और इसके संवर्धन के लिए राज्य सरकार ने सिरमौर जिला के बागथन में 450 करोड़ रुपए के एक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी है। जल्द ही यह प्रोजेक्ट शुरू हो जाएगा और प्रदेश में शुद्ध पहाड़ी गाय की नस्लों की पैदाइश शुरू कर दी जाएगी।
वीरेंद्र कंवर ने बताया कि प्रदेश में अच्छी नस्लों की गायें पैदा हो और सिर्फ गायें ही पैदा हो, इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रयासरत है। प्रदेश में तीन लाख ऐसी डोज लाई गई हैं जिससे गायों का कृत्रिम गर्भाधान करके सिर्फ बछडि़यां ही पैदा की जाएंगी। उन्होंने चौकी गांव में चल रहे गौ कान्हा गौ संवर्धन केंद्र के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इसी प्रकार से हर जिले में गौ विज्ञान केंद्र खोलने पर विचार कर रही है ताकि गाय के धार्मिक और वैज्ञानिक महत्व से लोगों को अवगत करवाया जा सके। उन्होंने कहा कि गाय यदि दूध नहीं भी देती है तो भी उसके बहुत से उपयोग हैं, जिनके बारे में लोगों को जानकारी होना बेहद जरूरी है। इस मौके पर उनके साथ जिला परिषद के अध्यक्ष पाल वर्मा, सदर मंडल के अध्यक्ष मुनीष कपूर और भाजपा के अन्य नेता व अधिकारी भी मौजूद रहे।