शिमला, 31 मई : डॉक्टरी की पढ़ाई काफी कठिन मानी जाती है। अक्सर ही एमबीबीएस (MBBS) करने वाले स्टूडेंटस पढ़ाई पर ही केंद्रित रहते हैं। अतिरिक्त गतिविधियां लेश मात्र ही कर पाते हैं। लेकिन राजधानी की बेटी कुदरत कुकरेजा पढ़ाई के साथ-साथ भीतर के टैलेंट (Talent) को भी उजागर करती रहती है।
शोले फिल्म को वो गीत बेहद मशहूर है‘ ये दोस्ती हम नहीं तोड़ेंगे’, लेकिन वो फिल्मी बात थी। यहां बात होगी रियल लाइफ (Real Life) के दोस्ताने की…
दरअसल, काबिलियत के दम पर लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड (Limca Book of Records) में अपना नाम दर्ज करवा चुकी कुदरत कुकरेजा ने अपनी बैस्ट फ्रैंड अंकिता जस्सल को जन्मदिन पर एक अनोखा गिफ्ट (Gift) दिया। दरअसल, कुदरत ने एक साल की कड़ी मेहनत से करीब 138 पन्नों की बुक ‘फ्लाई हाई’ लिख डाली। इस अनूठे गिफ्ट को जब कुदरत ने 27 मई को अपनी दोस्त अंकिता को गिफ्ट किया तो वो भी हक्की-बक्की रह गई।
अंकिता को भी शायद ही इस बात का इल्म होगा कि कुदरत इस तरह का शानदार गिफ्ट लेकर आएगी। हालांकि, कुदरत बचपन से ही मोटिवेशनल किताबें (Motivational Books) लिखने की शौकीन रही है, लेकिन इस बार दोस्ती व मॉटिवेशन (Motivation) का एक गजब समावेश पेश किया है।
राजधानी में होटल कारोबारी की बेटी कुदरत कुकरेजा एमएमयू में एमबीबीएस की थर्ड ईयर की स्टूडेंट है। वो लेखक व वक्ता होने के साथ-साथ फिजियोथेरेपी में भी महारत रखती है। उल्लेखनीय है कि महज 20 साल की उम्र तक वो 6 डिवाइन पुस्तकें (Divine Books) लिख चुकी थी।
एमबीएम न्यूज नेटवर्क से बातचीत में कुदरत कुकरेजा ने कहा कि गहरी दोस्ती में एक अलग तरह की ही मिठास होती है। एमबीबीएस स्टूडेंट कुदरत ने कहा कि वो एक साल पहले ही ये प्लान कर चुकी थी कि अपनी बैस्ट फ्रैंड को जन्मदिन (Birthday) के मौके पर एक अलग तोहफा देगी, जो दोनों को जीवन भर यादगार रहेगा।
तारा हाल से प्रारंभिक पढ़ाई करने वाली कुदरत ने बताया कि राजधानी के एशियन बुक शॉप (Asian Book Shop) के अलावा गेयटी थियेटर (Gaiety Theatre) में भी ये बुक उपलब्ध है। इसमें दोस्ती के मायनों के अलावा प्रेरणादायक विचार मौजूद हैं। बता दें कि कुदरत की कई पुस्तकें अमेजॉन व फ्लिपकार्ट पर भी उपलब्ध हैं।
ऐसे बनाया था लिम्का बुक ऑफ रिकार्ड…
नवंबर 2020 में कुदरत ने मात्र 53 सेकंड में मानव शरीर की 206 हड्डियों के वैज्ञानिक नाम (scientific name)टाइप कर रिकॉर्ड बनाया था। करीब पौने दो साल बाद भी कुदरत का रिकॉर्ड बरकरार है।