शिमला, 28 मई, 2022 : हिमाचल प्रदेश में शिक्षा की गुणवत्ता के मकसद से गठित “हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग” ने सकारात्मक परिणाम (positive result) प्रस्तुत करना शुरू कर दिया है।
एचपी-पीईआरसी(HP PERC) के चेयरमैन जनरल अतुल कौशिक के नेतृत्व में आयोग नई ऊंचाइयों की तरफ अग्रसर है। आयोग की कोशिश पर हिमाचल प्रदेश शिक्षा के क्षेत्र में नए कीर्तिमान बना रहा है। साल 2020-22 की अवधि में आयोग ने नई उपलब्धियां हासिल की हैं।
जनरल कौशिक के नेतृत्व में हिमाचल प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में पारदर्शिता और उत्तरदायित्व सुनिश्चित करने के लिए ऑनलाइन मैनेजमेंट सिस्टम (online management system) का क्रियान्वयन किया गया, जिससे निजी कॉलेजों के प्रबंधन में उत्तरदायित्व बढ़ा तथा प्रभावशाली शिकायत निवारण एवं निरीक्षण कोष के कारण निजी विश्वविद्यालयों के खिलाफ शिकायतों में काफी कमी दर्ज हुई।
रिटेल सेक्टर स्किल, लॉजिस्टिक्स सेक्टर स्किल, मीडिया एंड एंटरटेनमेंट स्किल काउंसिल (Media and Entertainment Skill Council), हेल्थ केयर स्किल काउंसिल एवं टूरिज्म एंड हॉस्पिटैलिटी स्किल काउंसिल जैसी विभिन्न सेक्टर काउंसिल के साथ समझौतापत्रों (agreements) पर हस्ताक्षर किए गए, जिसके परिणाम इन क्षेत्रों में कोर्स पूरा करने वाले विद्यार्थियों को 100 प्रतिशत प्लेसमेंट (Placement) मिलने के साथ फलीभूत हुए।
कोविड काल में भी 25 नवंबर 2021 को पहले प्लेसमेंट अभियान में 90 विद्यार्थियों को आयोग रोजगार दिलवाने में सफल रहा था। 6 मई 2022 को बहारा यूनिवर्सिटी (Bahra University) में एक दिन में 370 की प्लेसमेंट का रिकॉर्ड भी बना था।
हिमाचल के नाहन के रहने वाले जनरल कौशिक के नेतृत्व में रक्षा बल के अधिकारियों के प्रशिक्षण के लिए आर्मी ट्रेनिंग कमांड (Army training command) के साथ समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किए गए तथा कॉन्फेडरेशन ऑफ इंडियन इंडस्ट्री (CII) के साथ शोध एवं रोजगार सृजन के लिए समझौता किया गया और नॉलेज मैनेजमेंट के लिए 16 निजी विश्वविद्यालयों को आपस में जोड़ा गया।
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी 2020) के क्रियान्वयन में हिमाचल प्रदेश अग्रणी राज्य बना। विकसित होती हुई प्रौद्योगिकियों के साथ सामंजस्य में नए कोर्स शुरू किए गए तथा राज्य के निजी विश्वविद्यालयों में एडवेंचर स्पोर्ट्स (Adventure sports) से जुड़े अनेक कोर्स के लिए प्रयास शुरू किए गए।
इस अवधि में एनएएसी (NAAC) से मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालयों की संख्या बढ़कर 16 में से 6 तक पहुंच गई तथा साल 2021-22 के सत्र में सभी निजी विश्वविद्यालयों (private Universities) में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों की संख्या में सुधार हुआ। अब हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग का उद्देश्य साल 2025 तक सभी निजी विश्वविद्यालयों को जीरो कार्बन (पर्यावरण प्रेमी) संस्थान बनाना है। बता दे कि फौज में लंबी सेवाओं के दौरान भी जनरल कौशिक की सेवाएं अनुकरणीय रही है।