कुल्लू, 28 मई : जिला के बंजार उपमंडल में शटयाऊगी में मिडिल स्कूल और पशु औषधालय (Veterinary Dispensary) सरकारी व्यवस्थाओं की पोल खोल रहा हैं। यहां स्कूल और पशुपालन विभाग का औषधालय एक ही सामुदायिक भवन में चल रहे हैं। दोनों के दरवाजे एक साथ है, जहां एक दरवाजे पर पशुपालन विभाग (Animal Husbandry Department) के पशु औषधालय का बोर्ड टंगा हुआ है, तो दूसरे दरवाजे में राजकीय माध्यमिक पाठशाला शटयाऊगी का बोर्ड टंगा है।
ये तस्वीर सरकार और विभागों की उदासीनता को बयां कर रहा है। हैरानी की बात यह हैं कि यह हिमाचल के शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर (Education Minister Govind Singh Thakur) का गृह जिला हैं जहां शिक्षा का इस तरह मजाक बनाया जा रहा हैं।
सामुदायिक भवन के एक हाल में माध्यमिक पाठशाला की छठीं से लेकर आठवीं तक की तीन कक्षाएं बैठती हैं और इसी हाल के भीतर ही एक कोने में मिड डे मील रसोई घर बनाया गया है, जहां बच्चों के लिए भोजन पकता है।
2016 में खुली थी माध्यमिक पाठशाला… जानकारी के अनुसार यहां प्रदेश सरकार ने वर्ष 2016 में माध्यमिक विद्यालय खोला था, लेकिन उसके बाद अभी तक इस माध्यमिक पाठशाला को भवन नहीं मिल पाया। हालांकि स्कूल के एसएमसी अध्यक्ष ने स्कूल भवन निर्माण करने के लिए अपनी निजी भूमि दान स्वरूप दी है, लेकिन अभी तक इस भूमि पर भवन बनाने के लिए कोई ठोस प्रयास नहीं किए गए। जिसके चलते 6 वर्षों से यह स्कूल इस सामुदायिक भवन के हॉल में चल रहा है। इन दिनों स्कूल में 26 के करीब विद्यार्थी अध्ययनरत है। तीनों कक्षाएं एक ही हॉल में लगने के कारण पढ़ाई करने में बच्चों को दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है।
एक फाइल कुल्लू में दूसरी शिमला…. जानकारी के अनुसार इस माध्यमिक विद्यालय के लिए भवन बनाने के लिए हालांकि दो प्रपोजल (proposal) तैयार की गई है, जिसमें एक 17 लाख और दूसरी करीब 19 लाख के बजट बनाया गया हैं लेकिन भवन निर्माण के लिए अभी एक जगह से भी धन उपलब्ध नहीं हो पाया है। जानकारी है कि इस भवन के लिए जो प्रपोजल बनाई गई है उसमें एक फाइल शिमला निदेशालय (Directorate) और दूसरी उपनिदेशक शिक्षा विभाग कुल्लू के कार्यालय में है। लेकिन भवन निर्माण को लेकर विभाग ने अभी तक कोई गंभीरता नहीं दिखाई है।
करीब दशक से चल रहा है पशु औषधालय… स्थानीय लोगों की माने तो इस सामुदायिक भवन में पशु औषधालय करीब एक दशक से चल रहा है। इस पशु औषधालय चलाने के लिए एक कमरे को कार्यालय बनाया गया है, जबकि दवाइयां इत्यादि को स्टोर करने के लिए इस भवन के शौचालय का पार्टेशन किया गया है। जिसमें एक तरफ दवाइयां स्टोर की गई हैं।
अध्यापक पूरे लेकिन भवन की कमी… स्कूल प्रबंधन समिति (SMC) के अध्यक्ष प्रेम सिंह का कहना है कि स्कूल भवन निर्माण के लिए मैंने 4 बिस्वा भूमि दान दी है और भवन निर्माण के लिए दो प्रपोजल भी तैयार किए गए हैं लेकिन अभी तक भवन निर्माण के लिए बजट (Budget) नहीं मिला है। अभी भी स्कूल सामुदायिक भवन में स्कूल चल रहा है हालांकि यहां अध्यापक पर्याप्त है लेकिन भवन की कमी खल रही है।
स्कूल के इंचार्ज गुलाब सिंह की माने तो भवन की कमी तो खल रही है लेकिन जब तक व्यवस्था नहीं होती है तब तक इसी हाल में ही कक्षाएं चलेगी। विभाग के उच्च अधिकारी इस मसले को लेकर सरकार के साथ बात कर रहे हैं, उम्मीद है कि जल्द ही इस समस्या का समाधान निकलेगा।