श्री रेणुका जी, 27 मई : वन विभाग ने शिलाई वनक्षेत्र में कथित अवैध कटान की खबर देने वाले की जानकारी मांगी है। इस बारे एमबीएम न्यूज नेटवर्क को डीएफओ ने एक पत्र भेजा है।
हालांकि, वन विभाग कथित अवैध कटान को लेकर खंडन कर रहा है, लेकिन फील्ड से लोगों द्वारा लगातार ही वीडियो व तस्वीरें भेजी जा रही हैं। इसमें दावा किया जा रहा है कि वास्तव में उच्च स्तरीय जांच की जानी चाहिए। दीगर है कि प्रिंट व डिजिटल मीडिया में खबरों के प्रकाशित होने के बाद रेणुका जी की डीएफओ उर्वशी ठाकुर ने मौके का दौरा भी किया था। इसके बाद डीएफओ ने दावा किया था कि पेड़ों का कटान वन निगम द्वारा किया गया है।
इसमें कोई दो राय नहीं है कि समाचार का खंडन किया जा सकता है, लेकिन सवाल इस बात पर उठता है कि क्या सोर्स की जानकारी हासिल करने का कानूनी अधिकार विभाग के पास है। गौरतलब है कि पत्र में खंडन प्रकाशित न करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी भी दी गई है। साथ ही ये भी सलाह दी गई है कि विभाग के पत्र की पालना की सूचना डीएफओ कार्यालय को दी जाए।
बता दें कि शिलाई वनक्षेत्र में कथित अवैध कटान की खबर को लेकर वन विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया गया था। लेकिन पत्र में ये कहा जा रहा है कि किसी से संपर्क ही नहीं हुआ।
नाहन के विला राउंड में पेड़ों के अंधाधुंध कटान पर हाईकोर्ट में एक जनहित याचिका पर सुनवाई चल रही है। कुछ अरसा पहले वन विभाग के शीर्ष अधिकारियों को इस बारे नोटिस भी जारी हुए थे।