शिमला, 26 मई : कनाडा की एक एनजीओ प्रो. मोहन सिंह फाउंडेशन ने हिमाचल के दो विख्यात पर्यटन नगरों डलहौजी और मैक्लोडगंज के नाम बदलने की मांग उठाई है। पंजाब के कपूरथला से ताल्लुक रखने वाले मोहन सिंह मेमोरियल फाउंडेशन के प्रधान साहिब थिंद ने वीरवार को शिमला में आयोजित प्रेस वार्ता में केंद्र और हिमाचल सरकार से मांग की है कि डलहौजी का नाम अजीत सिंह नगर और मैक्लोडगंज का नाम सुभाष चंद्र नगर रखा जाए।
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने स्वतंत्रता सेनानी के नाम और दूसरे बड़े शहरों के नाम रखे हैं। मरहूम अंग्रेज शासक लार्ड डलहौजी के नाम पर बसे शहर डलहौजी का नाम शहीद भगत सिंह के चाचा शहीद अजीत सिंह के नाम पर रखा जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे लंबे समय से अंग्रेज शासकों के नाम पर बसे शहरों के नाम बदलने की मुहिम चला रहे हैं और इसके सार्थक परिणाम भी सामने आए हैं।
थिंद ने कहा कि मैक्लोडगंज और डलहौजी शहरों के नामकरण अंग्रेजों ने किए हैं, जो गुलामी की निशानियां हैं और इन निशानियों को मिटा देना चाहिए। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि ऐसे शहरों व जगह के नाम देश के लिए अपनी जान कुर्बान करने वाले शहीदों के नाम से रखने चाहिए।
उन्होंने बताया कि दोनों शहरों के नाम बदलने की मांग को लेकर वह 2020 में भी हिमाचल आए थे। उस दौरान उन्होंने भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष राजीव बिंदल से मुलाकात की थी, लेकिन अचानक लॉकडाउन लगने के कारण लंबे समय से वह इस मांग को दोबारा सरकार के समक्ष नहीं उठा सके। अब वह यही मांग ज्ञापन के जरिए भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष सुरेश कश्यप और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह के समक्ष उठा चुके हैं। उन्होंने कहा कि अंग्रेजों के बनाए गए नियम बदले जाने चाहिए। यह गुलामी का प्रतीक है। अंग्रेजों ने सबसे पहले हमारा एजुकेशन सिस्टम तबाह किया और ऐसे नियम बनाए जो इतिहास के माथे पर कलंक हैं।
उन्होंने कहा कि जल्द ही वह प्रदेश के राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर और मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर से मुलाकात करेंगे और स्वतंत्रता सेनानियों के नाम से डलहौजी व मैक्लोडगंज शहरों के नाम रखने की मांग करेंगे।