रोनहाट, 27 मई : जिला के तहसील कुपवी की 15 पंचायतों की लगभग पच्चीस हजार की आबादी के स्वास्थ्य का जिम्मा संभालने वाले क्षेत्र के सबसे बड़े अस्पताल की हालत ने सरकार के बेहतर स्वास्थ्य सुविधा देने के दावों की पोल खोल कर रख दी है। हजारों लोगों की सेहत का रखवाला अस्पताल खुद बीमार हालत में लोगों को सेहत की खुराक बांट रहा है।
बारिश के मौसम में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी की टपकती छत के नीचे मरीजों को अस्पताल के अंदर खड़ा होना मुश्किल हो जाता है। अभी हाल ही में दो दिनों तक हुईं बारिश में पानी टपकने के कारण अस्पताल के कमरों में रहना मरीजों और अस्पताल प्रशासन का मुश्किल हो गया। अस्पताल के बदतर हालात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि बारिश के दौरान मरीजों के बिस्तरों को भीगने से बचाने के लिए एक जगह इकट्ठा करना पड़ता है।
यह आरोप शार्प संस्था के अध्यक्ष सुदर्शन धिरटा और महासचिव लोकेंद्र चौहान ने लगाए है। उन्होंने कहा कि इस समस्या के चलते न केवल यहां आने वाले मरीज बल्कि अस्पताल का स्टाफ भी बेहद परेशानी झेल रहा है। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी के कर्मचारियों और स्थानीय जनता द्वारा कई बार ये समस्या उपमंडल प्रशासन, स्वास्थ्य विभाग और विधायक चौपाल बलबीर वर्मा के समक्ष रखी गई और सामाजिक संस्था शार्प द्वारा भी कई बार सरकार और प्रशासन के समक्ष इस समस्या को उठाया गया। लेकिन इस समस्या को न तो सरकार ने गंभीरता से लिया न ही प्रशासन ने इसमें आजतक कोई दिलचस्पी दिखाई है।
जिसका नतीजा यह है कि यह समस्या आज भी जस की तस बनी हुई है।

उन्होने कहा कि मानसून सीजन में अब एक माह से भी कम समय रह गया है। आने वाले समय में जब मानसून दस्तक देगा तो मरीजों और उनके तीमारदार को अस्पतालों में समय बिताना मुश्किल हो जाएगा। उन्होने आरोप लगाते हुए कहा कि लगभग 9 वर्ष पूर्व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी का दर्जा बढ़ाकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र किया गया था। लेकिन अभी तक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भवन का निर्माण कार्य अधूरा है। यह निर्माण कछुआ गति से चल रहा है, जिसको देखते हुए इसके शीघ्र पूरा होने की कोई भी उम्मीद नहीं की जा सकती है।
वर्तमान में कुपवी का ये सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पुराने भवन में चल रहा है। 30 बेड के इस कागज़ी अस्पताल में वर्तमान में केवल 4 बेड है, जो एक कमरे में लगे है। बरसात होने पर इन बिस्तरों को बचाने के लिए एक जगह इकट्ठा कर उलटा करना पड़ता है। सुदर्शन धिरटा, लोकेन्द्र चौहान तथा स्थानीय लोगों ने प्रशासन और सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र कुपवी के नए भवन का निर्माण कार्य पूर्ण किया जाए तथा जब तक नया भवन बन कर तैयार नहीं होता तब तक पुराने भवन की छत की मरम्मत की जाए ताकि अस्पताल में आने वाले मरीजों और अस्पताल स्टाफ को छत टपकने से हो रही परेशानी से निजात मिल सके।