शिमला, 25 मई : हिमाचल प्रदेश में चंद रोज से 108 व 102 सेवा के कर्मियांे द्वारा हड़ताल को लेकर खलबली है। इसी बीच इस सेवा को संचालित करने वाली मेडसवान कंपनी फाउंडेशन ने एस्मा एक्ट की चेतावनी दी है। बता दें कि 25 मई की रात 12 बजे से 108 व 102 के कर्मियों के हड़ताल पर जाने की जानकारी के बाद चेतावनी जारी की गई है।
इसके मुताबिक हिमाचल सरकार ने आपातकालीन सेवा को एस्मा एक्ट को अधिसूचित किया हुआ है। असामाजिक तत्व आम जनहित से जुड़ी जीवनरक्षा जैसी अमूल्य आपातकालीन सेवा में व्यवधान नहीं डाल सकते हैं। इसके लिए उकसाया भी नहीं जा सकता।
फाउंडेशन ने कहा कि एस्मा एक्ट के तहत इस सेवा से जुड़ा कोई भी कर्मचारी हड़ताल पर नहीं जा सकता है। हड़ताल पर जाने वाले कर्मचारियों के खिलाफ प्रशासनिक एवं अनुशासनिक दृष्टिकोण से कठोर दंडात्मक कार्रवाई की भी चेतावनी दी गई है।
एक प्रेस विज्ञप्ति में कंपनी ने कहा कि अनुशासनहीनता फैलाने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। फाउंडेशन ने एंबूलेंस कर्मचारियों से गैर कानूनी तरीके से हड़ताल पर न जाने का आग्रह भी किया है।
हालांकि, फाउंडेशन को भी सीधे तौर पर हड़ताल को लेकर कर्मचारियों ने आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन फाउंडेशन ने एहतियाती कदम उठाते हुए एस्मा एक्ट की चेतावनी को जारी किया है। फाउंडेशन के रजनीश पॉल का कहना है कि मीडिया के माध्यम से ही ये जानकारी मिल रही है कि 108 व 102 के एंबूलेंस कर्मी हड़ताल पर जा रहे हैं।
उनका कहना था कि इस सेवा ने प्रदेशवासियों को 365 दिन हर पल आपातकालीन स्थिति से निपटने का भरोसा दिया हुआ है। साथ ही सुरक्षा का अहसास भी दिलवाया है। लिहाजा सेवा में अड़चन को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
उल्लेखनीय है कि हिमाचल में आपातकालीन सेवा का संचालन मेडसवान फाउंडेशन ने 15 जनवरी 2022 को संभाला था।