नाहन, 23 मई : राज्य सरकार की विकासात्मक योजनाओं की कमी नहीं है। लेकिन ये धरातल पर असल लाभार्थियों तक नहीं पहुंच पाती हैं। ऐसा ही एक मामला, नाहन विकास खंड की नेहलीधीड़ा पंचायत से सामने आया है।
जैतक गांव के रहने वाले पुन्नुराम पुत्र बाली राम की मानें तो 2017 में गौशाला के निर्माण के लिए पंचायत में प्रस्ताव दिया था, लेकिन पांच साल बीत जाने के बावजूद भी उसे इस योजना का लाभ प्राप्त नहीं हुआ।
गुरबत के कारण हर साल गौशाला में तिरपाल डाल कर गुजारा करना पड़ता है। पुन्नुराम ने कहा कि बीती रात तूफान के कारण गौशाला की अस्थाई छत भी उड़ गई है। गाय को हल्की चोटें भी आई हैं। उन्होंने कहा कि दुधारू गांव से परिवार को कुछ आर्थिक मदद मिलती है।
उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि जल्द ही न्याय हासिल होगा। पुन्नराम ने कहा कि वो पांच साल से पंचायत की मंजूरी का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बीती रात छत उड़ने के कारण वो पशुओं को रखने को लेकर लाचार हो गए हैं। पशुओं को खुले में भी नहीं रख सकते, क्योंकि इलाके में तेंदुए का आतंक भी रहता है।
उन्होंने कहा कि आलम ये है कि अब पशुओं को घर में अपने साथ ही रखने को विवश होना पड़ सकता है, क्योंकि बारिश व तूफान में पशुओं को बाहर बांधना भी खतरे से कम नहीं है। उधर, इस मामले में पंचायत प्रधान से बात नहीं हो पाई है। प्रतिक्रिया मिलने पर प्रकाशित की जाएगी।