राजगढ़, 23 मई : कंडा नाला में पाईप लाईन टूटने के कारण बीते पांच दिनों से राजगढ़ शहर में जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। जिसके चलते शहर में पानी के लिए लोगों में त्राहि त्राहि मची हुई है। शहर को जलापूर्ति प्रदान करने वाली कंडा नाला पेयजल योजना जंग लगने से आए दिन जगह-जगह पर टूट रही है। जिस कारण लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
अहम बात यह है कि राजगढ़ शहर में पानी उपलब्ध करवाने के लिए जल शक्ति विभाग के पास कोई वैकल्पिक व्यवस्था भी नहीं है। जानकारी के मुताबिक वर्ष 2005 के दौरान राजगढ़ शहर के लिए कंडा नाला पेयजल योजना तैयार की गई थी। उस दौरान शहर की आबादी केवल अढाई हजार हुआ करती थी जोकि वर्तमान में बढ़कर छः हजार से ज्यादा हो चुकी है।
वर्तमान में कंडा नाला पेयजल शहर में मानकों के आधार पर पेयजल उपलब्ध करवाने में नाकाम साबित हो रही है। शहर के नागरिकों का आरोप है कि पानी का आबंटन सही तरीके से नहीं हो पाता है जिसका मुख्य कारण विभाग के कीमेन अथवा फीटरो का बीते कई वर्षों से एक ही लाइन पर काम करना बताया जा रहा है। राजगढ़ शहर की पेयजल समस्या के स्थाई समाधान के लिए पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में 6 करोड़ की पैरवी खडड उठाऊ पेयजल योजना स्वीकृत की गई थी।
जोकि वन विभाग से एफसीए की स्वीकृति न मिलने के कारण बीते छः वर्षों से अधर में लटकी है। इस योजना की आधारशिला वर्ष 2015 के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह द्वारा रखी गई थी। वर्ष 2017 में भाजपा की सरकार बनने पर यह योजना खटाई में पड़ गई है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार करीब छः वर्ष पूर्व एफसीए का केस तैयार करके सरकार को भेजा गया है परंतु आजतक एफसीए की मंजूरी नहीं मिल पाई है।यही नहीं पच्छाद के उप चुनाव के दौरान राजगढ़ में जल शक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा था कि राजगढ़ शहर के लिए जल जीवन मिशन के तहत 25 करोड़ की योजना तैयार की गई है जिसमें राजगढ़ शहर के अतिरिक्त साथ लगती 13 पंचायतें शामिल की गई है। विभागीय सूत्रों के अनुसार 25 करोड़ की यह योजना भी फाईलों में दफन हो चुकी है।
सहायक अभियंता जेएसवी राजगढ़ बीके कौंडल ने बताया कि बारिश के कारण कंडा नाला में पाईपें टूट गई थी जिनकी मुरम्मत का कार्य युद्धस्तर पर किया जा रहा है और शीघ्र ही शहर में जलापूर्ति बहाल कर दी जाएगी। कंडा नाला पेय जल योजना की जंग लगी पाईपों को चरणबद्ध तरीके से बदला जा रहा है। इसके अतिरिक्त पैरवी खडड उठाऊ पेयजल योजना की अभी तक एफसीए स्वीकृति नहीं है जिस कारण निर्माण कार्य बंद पड़ा है।