नाहन, 22 मई : कूड़े के ढ़ेर से मिलने वाले सबूतों के आधार पर नगर परिषद ने पहला चालान किया है। बेशक ही ऐसे चालान पहले भी किए जाते रहे होंगे, लेकिन हाल ही के वर्षों में इसे नप की पहली कार्रवाई माना जा सकता है। 250 रुपए का चालान किया गया है।
चालान को कंपाउंड करने के दौरान शख्स ने नगर परिषद को बताया कि उन्होंने घर पर सफाई कर्मचारी को रखा हुआ है, जिसकी जिम्मेदारी घर के कूड़े को ले जाने की होती है। इस बात का अंदाजा नहीं है कि सफाई कर्मचारी द्वारा कूड़े को कहां डंप किया जाता है। सफाई कर्मचारी घरों से कूड़ा एकत्रित करने के बाद इसे काफी दूर ले जाकर गली के कोने में फैंक देते हैं। घर के मालिक को भी इस बात का अंदाजा नहीं होता।
इस फीडबैक के आधार पर नगर परिषद ने घरों में काम करने वाली सफाई कर्मचारियों के खिलाफ भी शिकंजा कसने का संकेत दिया है। साथ ही औचक निरीक्षण का भी फैसला लिया है। दरअसल, पिछले कई महीनों से एमबीएम न्यूज नेटवर्क द्वारा गलियों में लगने वाले गंदगी के ढ़ेर से मिलने वाले साक्ष्यों का खुलासा किया जा रहा है।
फिलहाल नगर परिषद द्वारा बाकी लोगों की भी तलाश की जा रही है, जिनके घरों से निकले कूडे़ के साक्ष्य गली में मिले हैं। काफी हद तक ये बात प्रतीत हो रही है कि सफाई कर्मचारी ही गलियों में कूड़े के ढ़ेर के जिम्मेदार हो सकते हैं। इस बात से भी इंकार नहीं किया जा सकता कि लोग भी छिपाकर घरों के कचरे को गलियों में डंप कर देते हैं।
उधर, नगर परिषद के सेनेटरी इंस्पेक्टर सुलेमान ने कहा कि एक चालान किया गया है। फीडबैक मिला है कि घर पर काम करने वाली सफाई कर्मचारी द्वारा गंदगी को गली में फेंका गया था, लिहाजा सफाई कर्मचारियों के खिलाफ भी सख्त कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया है।