संगड़ाह, 17 मई : उपमंडल के अंतर्गत आने वाले राईचा के जंगल में लगी आग पर स्थानीय युवाओं ने 7 घंटे की कड़ी मेहनत के बाद गत रात्रि आग पर काबू पा लिया। युवक मंडल राईचा के पदाधिकारी जयपाल, सुरेंद्र कुमार, सतपाल पूर्ण चंद, मोहन सिंह व अनिल सहित डेढ़ दर्जन के करीब ग्रामीणों ने रविवार शाम करीब 5 बजे जंगल में लगी आग को पत्तियों व हरी डालियों से बुझाने की पारम्परिक कोशिश शुरू की।
मगर तेज हवाओं व खुद के जलने का जोखिम होने के चलते आसानी से आग पर काबू नहीं पाया जा सका। इसके बावजूद उन्होंने हिम्मत नहीं हारी। हालांकि उन्होंने सरकार के आरक्षित वन तक आग नहीं पहुंचने दी। वहीं यहां पाए जाने वाले दुर्लभ हिमालयी वन्य प्राणियों को बचा लिया।
मौके पर पहुंचे पुलिस कर्मी कॉल करने वाले युवक मंडल सलाहकार सुरेंद्र सिंह का बयान कर लौट गए। सब डिवीज़न संगड़ाह में कहीं भी अग्निशमन केंद्र न होने के चलते लोगों को खुद ही आगजनी से अपनी संपत्ति की रक्षा करनी पड़ती है।
आज तक यहां जिला मुख्यालय नाहन से दमकल वाहन अथवा कर्मचारी आग बुझाने नहीं पहुंचे। 3 साल से संगड़ाह में अग्निशमन केन्द्र (Fire Station) व चौकी खोलने की प्रस्तावना को मंजूरी नहीं मिली और यहां मौजूद मिनी सचिवालय, हॉस्पिटल व डिग्री कॉलेज आदि करोड़ों के सरकारी भवन भी यहां सुरक्षित नहीं है। DFO रेणुकाजी उर्वशी ठाकुर ने कहा कि वन कर्मी मौक़े पर पहुंच गए थे व आग प्राइवेट जमीन में लगी थी।