मंडी, 16 मई : हिमाचल प्रदेश की मौजूदा भाजपा सरकार प्रदेश में शिक्षा के क्षेत्र में कुछ बेहतर करने में पूरी तरह से नाकाम रही है, जिसके चलते सोमवार को प्रदेश में शिक्षा का स्तर बहुत खराब हो गया है। प्रदेश के स्कूलों में ही नहीं, समूचे शिक्षा विभाग में रिक्तियां चल रही हैं।
सरकारी स्कूलों में दाखिले कम हुए, निजी स्कूलों में मारामारी और मनमानी चली हुई है। यह आरोप आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता संतराम ने सोमवार को मंडी में आयोजित एक पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए लगाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश की सरकार शिक्षा के ढांचे को सुदृढ़ करने में नाकाम रही है।
संतराम ने आरोप लगाया कि प्रदेश के मुखिया अपने गृह क्षेत्र सराज में स्कूलों के ग्राउंड या भवन बनाने के बजाए भारी मात्रा में हेलिपैड बनाने में लगे हुए हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जयराम सरकार बनने के बाद से शिक्षा का निजी करण बढ़ा है, जो कि प्रदेश के बच्चों के भविष्य के साथ-साथ अभिभावकों के लिए भी आफत बनता जा रहा है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार के बेहतर और सुविधाजनक शिक्षा देने के दावों की पोल खुल चुकी है। संतराम ने कहा कि प्रदेश की मौजूदा सरकार शिक्षा की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है, जो कि गलत है और सरकार की मंशा को दर्शाता है।
वहीं संतराम ने कहा कि शिक्षा का जो मॉडल आम आदमी पार्टी की सरकार ने दिल्ली में दिया है, उसका अनुसरण करने के लिए विदेशों से भी डेलिगेट आ रहे हैं। उन्होंने बताया कि आप के लिए बेहतर और सुविधाजनक शिक्षा आने वाली पिढ़ी को देना ही प्राथमिकता है। संतराम ने बताया कि पूरे भारत में आने वाले समय में दिल्ली मॉडल के तहत बच्चों को गुणात्मक और निःशुल्क शिक्षा दी जाएगी ताकि देश का भविष्य उज्ज्वल बन सके।
इसके साथ ही उन्होंने बताया कि प्रदेश में शिक्षा की मौजूदा ग्राउंड रिपोर्ट जानने के लिए 17 मई को शिमला में दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया बच्चों व अभिभावकों से शिक्षा संवाद करेंगे। पत्रकार वार्ता के दौरान सदर अध्यक्ष जसप्रीत सिंह, विभा गुलेरिया व देशमित्र भी मौजूद रहे।