बिलासपुर, 14 मई : अध्यक्ष जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण एवं उपायुक्त बिलासपुर पंकज राय ने जिले में बढ़ते तापमान तथा आगामी दिनों में गर्म हवाए/ लू चलने के आसार को देखते हुए सावधानियां बरतने की सलाह दी है। उन्होने लोगों से आग्रह किया है कि गर्मी के प्रभाव से बचने के लिए जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर निकलने से बचें, जब भी बाहर धूप में जाएं हल्के रंग के और ढीले-ढाले सूती कपड़े पहनें, धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें, गमछे या टोपी से अपने सिर को ढकें और हमेशा जूते या चप्पल पहनें।
अधिक तापमान में कठिन काम न करें। जहां तक संभव हो कड़ी धूप में बाहर के काम से बचें तथा पर्याप्त पानी पिएं व प्यास न लगने पर भी पानी पीते रहें और यात्रा के दौरान अपने साथ पीने का पानी हमेशा रखें। उन्होने कहा कि अपने घरों को ठंडा रखें, पर्दे आदि का इस्तेमाल करें तथा रात में खिड़कियां खुली रखें मिर्गी, दिल, किडनी, जिगर की बीमारी से पीड़ित व्यक्ति, जो द्रव-प्रतिबंधित हैं, आहार या द्रव प्रतिधारण की समस्या बढ़ने पर डॉक्टर से अवश्य सलाह लें।
हल्का भोजन करें, अधिक पानी की मात्रा वाले फल जैसे तरबूज, खीरा, नींबू, संतरा आदि का सेवन करें तथा ज्यादा प्रोटीन वाले भोजन का सेवन न करें। जैसे -मांस व मेवे जो शारीरिक ताप को बढ़ाते हैं। उन्होने बताया कि शरीर में पानी की उचित मात्रा बनाए रखने के लिए ओआरएस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन) का प्रयोग करें, घर का बना पेय जैसे लस्सी, तोरानी (चावल पानी), नींबू पानी, छाछ, नारियल पानी आदि का नियमित सेवन करें। बुजुर्गों, बच्चों, बीमार या अधिक वजन के लोगों को विशेष रूप से ध्यान रखें, वे अत्यधिक गर्मी का शिकार होने की संभावना ज्यादा रहती हैं।
उन्होंने नियोक्ताओं से अपील की कि वे श्रमिकों के लिए कार्यस्थल पर पर्याप्त ठंडा पीने का पानी उपलब्ध कराएं। कर्मचारियों को आराम करने के लिए छाया,स्वच्छ पानी, छाछ, आइस-पैक के साथ प्राथमिक चिकित्सा किट और सभी के लिए आ. आर.एस (ओरल रिहाइड्रेशन सॉल्यूशन)प्रदान करें। बाहरी गतिविधियों के लिए ब्रेक या आराम की आवृत्ति/ समय को बढ़ाना। उच्च ताप वाले क्षेत्रों में नए श्रमिकों को हल्का काम और कम समय का काम लें।
उन्होने बताया कि कामगारों को लू की चेतावनी के बारे में सूचित करें। मवेशियों, पालतू जानवरों को पार्क किए हुए वाहनों में अकेला ना छोडें। जानवरों को छांव में रखें और उन्हें अधिक मात्रा में ठंडा और साफ पानी पीने को दें। यदि किसी व्यक्ति को लू लग जाए तो उसेे छांव में लिटा दें। अगर तंग कपड़े हों तो ढीला कर दें या हटा दें। ठंडे गीले कपडे़ से शरीर पोछें या ठंडे पानी से नहलायें। व्यक्ति को ओ आर एस,नींबू पानी/नमक-चीनी का घोल पीने को दें, जो कि शरीर में जल की मात्रा को बढ़ा सके। यदि व्यक्ति पानी की उल्टियां करे या बेहोश हो, तो उसे कुछ भी खाने व पीने को न दें, अगर लू लगे व्यक्ति की हालत में एक घंटे तक सुधार न हो तो उसे तुरंत नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र में ले जाएं।
क्या न करें…
उन्होने कहा कि खासकर दोपहर 12.00 बजे से अपराह्न 3.00 बजे के बीच धूप में बाहर जाने से बचें। दोपहर के दौरान भारी गतिविधियां करने से बचें। नंगे पांव धूप में बाहर न निकलें। शराब, चाय, कॉफी और कार्बोनेटेड शीतल पेय से बचें, जो शरीर को निर्जलित करते है। उच्च प्रोटीन, नमकीन, मसालेदार और अधिक तेल वाले तथा वासी भोजन भोजन का सेवन ना करें।