शिमला, 14 मई : सेब के बगीचे में काम करने वाले नेपाली मजदूर ने 6 लाख में पुलिस का पेपर खरीदकर 80 में से 72 अंक हासिल कर लिए। न्यूज 18 के सूत्रों के मुताबिक पूछताछ के दौरान नेपाली मूल के अभ्यर्थी ने इस बात को कबूल किया है कि उसे एक जगह पर बुलाकर पेपर दिखाया गया था।
लाजमी तौर पर नेपाली अभ्यर्थी ने प्रश्नों के जवाबों को याद कर हो। सौदेबाजी के लिए ये रकम मजदूर ने उधारी से जुटाई थी। दरअसल इस मामले की जांच में पहले निशाने पर वो अभ्यर्थी हैं, जिन्होंने 70 से अधिक अंक हासिल किए हैं। इसी के मद्देनजर जब 72 अंक हासिल करने वाले अभ्यर्थी से ये पूछा गया कि हिमाचल के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर किस जिला के रहने वाले हैं, तो उसका भी सही जवाब उसे पता नहीं था।
कई आसान सवालों के जवाब भी गलत दिए गए। पोल खुलने के बाद अभ्यर्थी ने सौदेबाजी की बात को कबूल कर लिया। जांच के दौरान ये भी सामने आ रहा है कि शिमला जिला में 6 अभ्यर्थियों ने पुलिस भर्ती के पेपर के लिए सौदेबाजी की थी।
उधर, न्यूज 18 की खबर के मुताबिक मंडी में मुर्गों की गाड़ी चलाने वाले का बेटा टॉपर बना है। बता दें कि पेपर को लीक करने के मामले में पुलिस मुख्यालय के ही तीन आलाधिकारियों पर शक की सुई घूम रही है।
आर्म्ड पुलिस व ट्रेनिंग के आईजी जेपी सिंह का तबादला किया जा चुका है। ऐसी भी संभावना जताई जा रही है कि सरकार द्वारा जल्द ही पुलिस महकमे के टॉप अधिकारियों को भी बदला जा सकता है। इसके बाद ही परीक्षा की नई तिथि निर्धारित होगी।
उल्लेखनीय है कि एडवोकेट विनय शर्मा ने सीबीआई की जांच को लेकर हाईकोर्ट में जनहित याचिका भी दायर कर दी है। यह अलग बात है कि सरकार के अपने स्तर पर भी मामले की जांच सीबीआई को सौंपने पर मंथन हो रहा है।