कुल्लू, 10 मई : बढ़ते तापमान के साथ जिला में नदियों का जल स्तर निरंतर बढ़ रहा है। कोई भी व्यक्ति विशेषकर सैलानी नदी के समीप न जाएं और न ही नदी में उतरने का जानलेवा साहस करें। जिलाधीश आशुतोष गर्ग ने इस संबंध में एडवाइजरी जारी करते हुए कहा कि सैलानियों को नदी-नालों के करीब सेल्फी लेते हुए देखा गया है।
इस प्रकार का प्रयास जानलेवा हो सकता है। उन्होंने होटलियरों, टैक्सी चालकों तथा आम लोगों से आग्रह किया है कि वे बाहरी प्रदेशों से आए पर्यटकों को पर्वतीय नदी-नालों के खतरों के प्रति सचेत करें। आशुतोष गर्ग ने कहा कि चेतावनी जारी करने के बावजूद सैलानी अति उत्साह में नदी के समीप चले जाते हैं और उन्हें यह अहसास नहीं है कि पहाड़ों में नदी का जलस्तर अक्समात बढ़ जाता है जो जीवन के लिए खतरा बन सकता है।
नदी-नाले आजकल उफान पर हैं और ऐसे में नदी से 10 फुट की दूरी बनाकर रखें ताकि अचानक बहाव आने पर अपनी जान बचाई जा सके। उपायुक्त ने जिला के समस्त एसडीएम को नदी नालों के किनारे पर चेतावनी बोर्ड लगाने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा अनेक स्थानों पर पुलिस के जवान भी सैलानियों को सावधान कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि मणिकर्ण घाटी में पार्वती नदी उफान पर है और बड़ी संख्या में युवा सैलानी जो मणिकर्ण व कसोल घूमने के लिए आ रहे हैं।
नदी के किनारे जाने से बचें। नदी का तेज बहाव थोड़ी सी भूल के कारण जानलेवा बन जाता है। उन्होंने कहा कि राफ्टिंग करते समय कोई भी सैलानी नदी की लहरों के साथ अठखेलियां करने की कोशिश न करें। उन्होंने राफ्ट संचालकों को भी निर्देश दिए हैं कि वे किसी भी पर्यटक को राफ्टिंग के दौरान राफ्ट में लटकने की इज्जाजत बिल्कुल न दें। ऐसा करने पर कारवाई की जाएगी।