शिमला, 08 मई : प्रदेश के एचआरटीसी पेंशनर्स ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। रविवार को एचआरटीसी पेंशनर ऐशोशियशन कल्याण संघ के अध्यक्ष सत्य प्रकाश ने पत्रकार वार्ता में कहा कि सरकार एचआरटीसी के साथ भेदभाव करती आई है जिसके कारण एचआरटीसी कर्मचारियो व पेंशनर को परेशानी उठानी पड़ रही है।
उनका कहना था की आज 80 साल का वृद्ध पेंशर सड़क पर मारा मारा फिर रहा है उसको पेंशन नहीं मिल रही है। एचआरटीसी पेंशनरों की 350 करोड़ की देनदारियां लंबित हैं। पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिल रही है।
कहा कि 12 मई को प्रदेश भर के एचआरटीसी पेंशनर्स शिमला में जुटेंगे और आगे की रणनीति तय करेंगे उन्होंने कहा कि सरकार यदि उनकी मांग नहीं मानती है तो आने वाले समय में आंदोलन करेंगे।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि सरकार ने अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया, तो विस चुनाव में सत्तारूढ़ दल को सबक सिखाने के लिए पेंशनर्स नोटा का बटन दबाने से पीछे नहीं हटेंगे।
उनका कहना था कि 22 अक्टूबर 2021 में उन्होंने जब कॉन्फ्रेंस की थी तो सरकार ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया था, लेकिन तब से लेकर आज तक उनकी समस्याओं का समाधान नहीं किया गया है, जिसके कारण आज फिर से कॉन्फ्रेंस करनी पड़ रही है उनका कहना था कि पूरे प्रदेश में 6000 से 7000 तक पेंशनर है जो एचआरटीसी से सेवानिवृत्त हुए हैं उन्हें पेंशन नहीं मिल रही है उनका कहना था कि वर्तमान में सरकार महिलाओं के लिए 50 फीसदी किराया माफ कर रही है।
यह महिलाओं के लिए अच्छी बात है, लेकिन सरकार को पेंशनर के बारे में भी सोचना चाहिए उनका कहना था कि एचआरटीसी कर्मचारियों की हालत भी दयनीय है। उन्होंने कहा कि परिवहन मंत्री उद्योग मंत्री ज्यादा है और परिवहन मंत्री कम है इसलिए वह परिवहन की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रहे है।
सत्य प्रकाश का कहना है कि सरकार एचआरटीसी पर चोरों की मांगों का समाधान करें जिससे कि वृद्ध पैसों को परेशानी ना हो। उन्होंने कहा कि उनके मेडिकल रीइंबर्समेंट भी नहीं किए जा रहे हैं, इससे बीमारी की हालत में काफी परेशानी उठानी पड़ रही है।