नाहन, 8 मई : क्या, नाहन विधानसभा क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी खेमों में बंट चुकी है, ये सवाल केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के दौरे के दौरान उजागर हुआ।
दरअसल, हिमाचल के प्रवेश द्वार कालाअंब में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर के पहुंचने के बाद एक राजनीतिक घटनाक्रम सामने आया। केंद्रीय मंत्री का स्वागत करने के लिए विधायक डॉ. राजीव बिंदल व ऊर्जा मंत्री के अलावा सांसद सुरेश कश्यप भी कालाअंब पहुंचे थे। स्वागत के बाद काफिला आगे बढ़ा तो चंद मीटर की दूरी पर ही इसे दोबारा रोक लिया गया।
यहां पार्टी के स्थानीय नेतृत्व से रुष्ट नेताओं व कार्यकर्ताओं का जमावड़ा था। हालांकि, स्वागत के दौरान डॉ. बिंदल भी सक्रिय रहे, लेकिन ये साफ जाहिर हो गया कि रुष्ट नेताओं व कार्यकर्ताओं ने केंद्रीय मंत्री का अलग से स्वागत करने का प्लान बनाया था। ये तमाम लोग माजरा में शिलान्यास व जनसभा स्थल पर भी नजर नहीं आए।
रूष्ट धड़े का नेतृत्व एक वक्त पहले डॉ. बिंदल के करीबी रहे विनोज शर्मा कर रहे थे। इस धड़े में राष्ट्रीय भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा के करीबी देवेंद्र अग्रवाल भी मौजूद थे। गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री का स्वागत करने वाले अधिकांश वो लोग थे, जो धूमल के कट्टर समर्थक रहे हैं।
इस समूचे घटनाक्रम के बाद एक बात तो साफ है कि चुनाव से कुछ माह पहले ही बिंदल की खिलाफत के लिए एक धड़ा धीरे-धीरे सक्रिय हो रहा है। उधर, माजरा के कार्यक्रम में एक बड़ी बात और सामने नजर आई। हिमाचल प्रदेश राज्य सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष चंद्रमोहन ठाकुर की मौजूदगी हर किसी को अचंभित कर रही थी, क्योंकि वो काफी अरसे से पार्टी में सक्रिय नजर नहीं आ रहे थे।
गौरतलब है कि राजगढ़ के रहने वाले चंद्रमोहन ठाकुर को धूमल का कट्टर समर्थक माना जाता है। 1998 में धूमल की पहली बार मुख्यमंत्री के पद पर ताजपोशी में चंद्रमोहन ठाकुर की बड़ी भूमिका रही।
उधर, धड़ेबाजी को लेकर पूछे गए सवाल पर विधायक डॉ. राजीव बिंदल ने सहजता से कहा कि कालाअंब से माजरा तक केंद्रीय मंत्री का 16 जगह स्वागत हुआ। कार्यकर्ताओं में जोश था। कालाअंब में भी जिस जगह स्वागत हुआ, वो भी वहां मौजूद थे। बिंदल ने कहा कि आज के दिन केवल और केवल एस्ट्रोटर्फ की ही चर्चा होनी चाहिए। हिमाचल में ऊना के बाद माजरा में एस्ट्रोटर्फ मैदान बनने जा रहा है।