शिमला, 3 मई : हिमाचल प्रदेश में मई के महीने में बारिश से बाढ़ के हालात पैदा हुए हैं। साथ ही राज्य की राजधानी में देर दोपहर झमाझम बारिश के बाद धुंध भी फैल गई। तापमान में जबरदस्त गिरावट आई है।
राजधानी में ओलावृष्टि का भी समाचार मिला है। मंगलवार को चंबा-पठानकोट मार्ग पर चनेड के नजदीक हाईवे पर बाढ़ आ गई। हाईवे पर काफी देर तक आवाजाही भी बंद रही। नाले का पानी दुकानों में घुस गया। दोपहर बाद हाईवे को वाहनों के लिए खोला गया।
गौरतलब है कि चंबा जिला में काफी अरसे बाद बारिश हुई है। जनपद मुख्यालय में भी हल्की बारिश का दौर जारी रहा। मौके की बाढ़ से जुड़े वीडियो भी सोशल मीडिया में काफी वायरल हो रहे हैं।
वहीं राजधानी शिमला में मंगलवार दोपहर मौसम ने करवट ली और अंधड़, बारिश के साथ जम कर ओलावृष्टि हुई। करीब 3 बजे आसमान में घने काले बादल घिर आने से दिन में ही अंधेरा हो गया, जिससे वाहनों को लाइट जलानी पड़ी। तेज हवा और गरज-चमक के साथ हुई बारिश के साथ जमकर ओलावृष्टि भी हुई।
इस दौरान कई जगह बिजली भी गुल हो गई। शहर की सड़कें सफेद हो गईं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है। येलो अलर्ट के बीच शिमला के ऊपरी इलाकों में ओलाबारी से सेब की फसल को भारी नुकसान पहुंचा है। बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि ने बागवानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है। सबसे अधिक नुकसान सेब बागवानों को हुआ है।
बारिश-ओलावृष्टि से तापमान में गिरावट आई है, जिससे मौसम ठंडा हो गया है। मौसम विभाग ने अगले 24 घण्टों में भी राज्य के मैदानी व मध्यप्रवतीय इलाकों में अंधड़, बारिश व ओलाबारी का येलो अलर्ट जारी किया है। 5 मई को भी येलो अलर्ट जारी रहेगा। मौसम विभाग के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण मौसम के मिजाज में बदलाव आया है।
मंगलवार सुबह से राजधानी में आसमान पर बादल मंडरा रहे थे। दोपहर के समय बादलों के गड़गड़ाहट के साथ अंधड़ चलने लगी। देखते ही देखते बारिश व ओलाबारी का दौर भी शुरू हो गया। लगभग एक घंटे तक ओलावृष्टि का दौर चला। राज्य में 6 मई को भी मौसम के खराब रहने का अनुमान है, जबकि 7 मई को मौसम साफ रहेगा। धर्मशाला में भी बारिश की सूचना है।
उल्लेखनीय है कि इस बार अप्रैल के महीने में ही मौसम ने करवट ले ली थी। तापमान में काफी उछाल आया था, लेकिन ये तापमान स्थिर रहा। मई शुरू होते ही तापमान में इजाफा हो गया।