चंडीगढ़/शिमला, 22 अप्रैल : हिमाचल के पड़ोसी राज्य पंजाब में एक नेता ने पुलिस कर्मियों को लेकर अनाप-शनाप टिप्पणी (nonsensical comments) की थी। इसका जवाब चुनाव प्रचार में डटे भगवंत मान ने पुलिस कर्मियों की कर्त्तव्यपरायणता (dutifulness) को लेकर दिया था। ये वीडियो भी खासा चर्चा में आया था।
अब पंजाब सरकार चर्चा में है, क्योंकि डयूटी के दौरान मृत्यु होने पर पुलिस जवानों के परिजनों को एक करोड़ एक्सग्रेशिया (exgratia) राशि प्रदान करने का निर्णय लिया गया है। इस खबर से जुड़ी कतरनें हिमाचल के पुलिस कर्मी भी सोशल मीडिया (Socail Media) में शेयर कर रहे हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने ये घोषणा करते हुए ये भी ऐलान किया है कि पुलिस कर्मियों के कामकाज में कोई दखलअंदाजी नहीं दी जाएगी।
गौरतलब है कि हिमाचल सरकार ने बुधवार को ही पुलिस कर्मियों के पे बैंड से जुड़ी अधिसूचना (Notification) को जारी किया है। एक तर्क ये भी दिया जाता है कि डयूटी के दौरान अधिकतर पुलिस कर्मी कॉन्ट्रैक्ट अवधि (contract period) में भी होते हैं, लिहाजा डयूटी पर ऐसे कर्मचारियों के परिवारों को वित्तीय लाभ (Financial Benefits) नहीं मिलता।
कोविड संकट के दौरान हिमाचल में पुलिस व होमगार्ड जवानों ने प्राणों का बलिदान भी दिया था।
ऊना के गगरेट में एक सड़क हादसे में तीन युवा पुलिस कर्मियों की मौत हो गई थी। इस दौरान भी शोकाकुल परिवारों को वित्तीय लाभ देने को लेकर कई पेचिदगियां (intricacies) सामने आई थी। महकमे ने इस बारे कई सुझाव दिए थे।