नई दिल्ली/शिमला, 2 अप्रैल : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का सोमवार को एक बार फिर हिमाचल से प्रेम जगजाहिर हुआ है। कुछ अरसा पहले वाराणसी के पंडितों के लिए प्रधानमंत्री ने खास तरह की चप्पलों की व्यवस्था हिमाचल से ही करवाई थी। इसके अलावा भी विदेशों में हिमाचली टोपी का मान बढ़ा चुके हैं।
शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा को हिमाचल प्रदेश की एक पारंपरिक ‘पहाड़ी स्कूल’ लघु पेंटिंग भेंट की। इसमें मानसून के मौसम में शाश्वत प्रेमियों राधा व कृष्ण को दर्शाया गया है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राजनीतिक जीवन में काफी हिस्सा हिमाचल में बिताया है। बतौर भाजपा प्रभारी के नाते मोदी प्रदेश के कोने-कोने से बखूबी वाकिफ हैं।
लघु चित्रों की शैली में पहाड़ी लघु चित्रकला आम तौर पर उपयुक्त मोटाई प्राप्त करने के लिए कागज की चादरों के संयोजन से शुरू होती है। इसकी शुरूआत गहरे रंग के साथ होती है। आखिर में रंग बिछाए जाते हैं। पहाड़ी लघु चित्रकला 16वीं शताब्दी में उत्तरी राज्यों में पनपी।
स्कूल में सबसे पहले जीवित पेंटिंग ‘देव महात्म्य’ की पांडुलिपि है जो कला की प्रारंभिक राजपूत शैली को दर्शाती है। वर्तमान में ये पांडुलिपि शिमला संग्रहालय में संरक्षित है। बताते हैं कि 17वीं व 19वीं शताब्दी के बीच लघु चित्रकला अपनी चरम लोकप्रियता पर पहुंची।