ऊना, 01 अप्रैल : स्टेट विजिलेंस व एंटी क्रप्शन ब्यूरो के शिकंजे में फंसे रिश्वतखोर अधिकारी डॉ. तेज बहादुर सिंह को अदालत ने सीधे ही पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेजा है। विजिलेंस की टीम ने सोलन के परवाणु की सैंट्रल लैब में तैनात मुख्य साईंटिफिक अधिकारी को 35 हजार की रिश्वत लेते शुक्रवार को गिरफ्तार किया था।
अधिकारी को विजिलेंस द्वारा 5 अप्रैल को अदालत में पेश किया जाएगा। अमूमन अदालत द्वारा रिश्वत लेने वाले अधिकारी या कर्मचारी को पांच दिन के रिमांड पर सीधे नहीं भेजा जाता। लेकिन इस मामले की संजीदगी के कारण विजिलेंस को पूछताछ के लिए माकूल समय दिया गया है।
रिश्वत के आरोपी अधिकारी ने ऊना के एक निजी अस्पताल में सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट को प्रमाणित करने के लिए प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से सहमति पत्र की एवज में रिश्वत मांगी थी। इसकी सूचना विजिलेंस तक पहुंची तो अधिकारी को रंगे हाथों काबू कर लिया गया।